टमाटर की 5 हाइब्रिड किस्मों से किसानो को मिलेगा अच्छा लाभ

टमाटर की खेती (Tomato cultivation) करने वाले किसान भाइय़ों के लिए यह लेख काफी मददगार साबित हो सकता है, क्योंकि इसमें टमाटर की ऐसी हाइब्रिड किस्मों के बारे में बताया गया है, जिसे उगाकर किसान अच्छी कमाई कर सकता है.

देश के किसान भाइयों के लिए टमाटर की खेती (Tomato cultivation) किसी फायदे से कम नहीं है.

दरअसल इस सब्जियों से किसान हर महीने में अच्छा मुनाफा पा सकते हैं.

यह एक ऐसी सब्जी फल है, जिसकी मांग बाजार में साल भर बनी रहती है.

इसी के चलते मंडी एवं मार्केट में इसकी कीमत भी हमेशा उच्च रहती है.

 

टमाटर की किस्में

अगर आप भी टमाटर की खेती करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको इसकी सबसे अच्छी किस्मों का चयन करना चाहिए.

ताकि आप कम समय में अधिक पैदावार पा सके और फिर उसे सरलता से बाजार में बेचकर मुनाफा कमा सके.

जैसा कि आप सब लोग जानते हैं कि खरीफ का सीजन शुरु हो चुका है और देश के ज्यादातर राज्यों में टमाटर की बुवाई किसान भाइयों ने करना भी शुरु कर दी है.

अगर आपने अभी तक नहीं की हैं, तो यह लेख आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है.

दरअसल, आज हम आपके लिए टमाटर की कुछ बेहतरीन किस्मों की जानकारी लेकर आए हैं जिसे आप अपने खेत में सरलता से लगा सकते हैं और डबल मुनाफा पा सकते हैं.

तो आइए टमाटर की बेहतरीन किस्मों के बारे में जानते हैं…

 

अर्का रक्षक

जैसा कि इसके नाम से पता चलते है कि यह किस्म एक रक्षक है.

जी हां यह किस्म टमाटर में लगने वाले प्रमुख रोग, पत्ती, मोड़क विषाणु, जीवाणु झुलसा व अगेती धब्बे की प्रतिरोधी होती है.

मिली जानकारी का मुताबिक, टमाटर की यह किस्म लगभग 140 दिनों के अंदर पूरी तरह से तैयार हो जाती है.

इससे किसान प्रति हेक्टेयर 75 से 80 टन तक फल का उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं.

वहीं इसके फलों के वजन की बात करें, तो इनका वजन मध्यम से भारी यानी 75 से 100 ग्राम होता है. यह टमाटर गहरे लाल रंग के होते हैं.

 

अर्का अभेद

इसे टमाटर की सबसे हाइब्रिड किस्म (Most Hybrid variety of tomato) कहा जा सकता है.

क्योंकि यह 140 से 145 दिनों के अंदर तैयार हो जाती है. इस किस्म का एक टमाटर लगभग 70 से 100 ग्राम तक पाया जाता है.

इसकी खेती से किसान भाई प्रति हेक्टेयर से 70-75 टन तक फल प्राप्त कर सकते हैं.

 

दिव्या

टमाटर की इस किस्म को रोपाई के 75 से 90 दिनों के अंदर ही किसान को लाभ मिलना शुरु हो जाता है.

इसमें पछेता झुलसा और आंख सडन रोग के लिए रोधी किस्म मानी जाती है.

यह भी माना जाता है कि दिव्या किस्म के टमाटर लंबे समय तक चलते हैं.

इसके एक फल का वजन भी काफी अच्छा होता है. देखा जाए तो 70-90 ग्राम तक एक टमाटर होता है.

 

अर्का विशेष

इस टमाटर की किस्म से किसान प्रति हेक्टेयर 750-800 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं.

यह कई तरह के उत्पादनों को बनाने में भी इस्तेमाल होता है. इस किस्म के प्रति टमाटर का वजन 70 से 75 ग्राम होता है.

पूसा गौरव

इसके टमाटर एक दम लाल रंग के होते हैं और यह आकार में भी अच्छे होते हैं. साथ ही यह चिकने होते हैं.

इसी के चलते बाजार में इसकी मांग अधिक होती है और यह एक ऐसा टमाटार है,

जिसे अन्य बाजारों यानी की दूसरे राज्यों व विदेशों में भी भेजा जाता है.

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