बढ़ेगा तापमान
वर्तमान में मध्य प्रदेश में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। साथ ही हवा का रूख भी बदलकर दक्षिणी होने लगा है।
इससे राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। इसी क्रम में मध्य प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 42 डिग्री सेल्सियस खजुराहो में दर्ज किया गया।
शुक्रवार को देश के सबसे गर्म दस इलाकों में खजुराहो तीसरे नंबर पर रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी चार-पांच दिन तक मौसम शुष्क बना रहने के आसार हैं। इस दौरान तापमान में धीरे-धीरे और बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
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मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 39.1 डिग्री से. दर्ज किया गया। जो सामान्य रहा।
साथ ही गुरुवार के अधिकतम तापमान (37.3 डिग्रीसे.) की तुलना में 1.8 डिग्रीसे. अधिक रहा। मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि शुक्रवार को दिन भर हवा का रूख दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी बना रहा।
इससे तापमान में बढ़ोतरी हुई। वर्तमान में किसी वेदर सिस्टम के सक्रिय नहीं रहने से वातावरण में नमी भी नहीं है। इस वजह से अभी तापमान में धीरे-धीरे और इजाफा हाेने की संभावना है।
मौसम चार-पांच दिन तक शुष्क बना रहने के आसार हैं।
जेट स्ट्रीम के कारण बने ऊंचाई पर बादल
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में ऊंचाई पर बादल बने हुए हैं। इस वजह से तापमान में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं हो पा रही रही है।
दरअसल अरब सागर से मध्यप्रदेश हाेकर उत्तर-पूर्व की तरफ जेटस्ट्रीम गुजर रही है। जेट स्ट्रीम आठ से दस किलोमीटर की ऊंचाई से तेज रफ्तार से गुजरने वाली हवाएं(रफ्तार 100 से 250 किमी. प्रति घंटा तक) होती हैं।
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इसके प्रभाव से काफी ऊंचाई पर बादल बन जाते हैं। हालांकि इन बादलों के कारण बारिश की संभावना नहीं रहती, लेकिन बादल तापमान में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं होने देते।
शुक्ला के मुताबिक अभी तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने का सिलसिला बना रहेगा। 27 अप्रैल को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करेगा।
उसके प्रभाव से मौसम के मिजाज में कुछ बदलाव होगा। साथ ही दिन के तापमान में कुछ गिरावट हो सकती है।
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source : naidunia
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