हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

इस पेड़ के छाल से लेकर पत्तों तक की होती है बिक्री

महोगनी की खेती से इस तरह बनें करोड़पति

 

महोगनी की लकड़ियां काफी टिकाऊ मानी जाती है. इसका इस्तेमाल जहाज़, फ़र्नीचर, प्लाईवुड, सज़ावट की चीजें बनाने में किया जाता है.

बाजार में भी इसकी कीमत 2000 से 2200 रुपये प्रति क्यूबिक फीट बनी हुई है.

 

भारत में पिछले कुछ सालों में किसानों के बीच पेड़ों की खेती का चलन बढ़ा है.

दरअसल अन्य फसलों की तुलना में पेड़ व्यापारिक दृष्टि से बेहतर होते हैं.

कई ऐसे पेड़ हैं जिनके हर एक भाग पत्ती, फूल, बीज, खाल और लकड़ी सभी बाजार में अच्छी कीमतों पर बिकते हैं.

महोगनी भी कुछ इसी तरह का पेड़ है जिसकी खेती कर किसान बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं.

 

महोगनी की लकड़ियों से बनाई जाती हैं ये वस्तुएं

महोगनी की लकड़ी काफी मजबूत और लंबे समय तक टिकने वाली मानी जाती है. पानी का भी इसपर कोई खास असर नहीं होता है.

इसकी लकड़ी का इस्तेमाल जहाज़, फ़र्नीचर, प्लाईवुड, सज़ावट की चीजें बनाने में किया जाता है.

 

बीज और फूलों से बनती हैं दवाइयां

इसके बीज और फूलों का इस्तेमाल शक्तिवर्धक दवाइयां बनाने में होता है. इसके अलावा ब्लडप्रेशर, अस्थमा, सर्दी और मधुमेह सहित कई प्रकार के रोगों के खिलाफ इसके बीज और पत्ते प्रभावी माने जाते हैं.

महोगनी के पेड़ की पत्तियों में एक खास तरह का गुण पाया जाता है, जिससे इसके पेड़ों के पास मच्छर और कीड़े नहीं आते हैं. 

यही वजह है कि इसकी पत्तियों और बीजों के तेल का इस्तेमाल मच्छर भगाने वाले और कीटनाशक बनाने में किया जाता है.

 

महोगनी खेती से कमाई

कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक एक एकड़ में महोगनी के 1200 से 1500 पेड़ उगाए जा सकते हैं.

 12 से 15 सालों में इसके पौधे कटाई लायक तैयार हो जाते हैं. ऐसे में इसकी लकड़ियां बेच किसान करोडों का मुनाफा हासिल कर सकते हैं.

 इसके पौधे 25 से 30 रुपये से लेकर 100 से 200 रुपये तक बाज़ार में मिल जाते हैं.

इसकी लकड़ी 2000 से 2200 रुपये प्रति क्यूबिक फीट थोक में आसानी से मिल जाती है. 

यह एक औषधीय पौधा भी है, इसलिए इसके बीजों और फूलों का उपयोग औषधि बनाने के लिए किया जाता है.

ऐसे में इसकी खेती से करोड़ों का मुनाफा कमा सकते हैं.

source : aajtak

यह भी पढ़े : गन्ने में अधिक फुटाव, अधिक मोटाई और अधिक लम्बाई के लिए क्या करें

 

यह भी पढ़े : किसानों की बल्ले-बल्ले! इन कृषि यंत्रों पर 50% तक की सब्सिडी

 

शेयर करे