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रबी सीजन के लिए प्याज की उन्नत किस्में जो देंगी बंपर उत्पादन

प्याज की उन्नत किस्में

 

रबी सीजन में भी प्याज का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाता है.

भारत में उत्पादित प्याज की कीमत बहुत अधिक हैं. भारत से प्याज का निर्यात भी किया जाता है.

ऐसे में आज इस लेख के माध्यम से हम किसानों को रबी सीजन के लिए प्याज की उन्नत किस्मों के बारे में बताने जा रहे हैं….

 

प्याज का तड़का खाने को और ज़्यादा स्वादिष्ट बनाता है. भारत में प्याज का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जाता है.

देखा जाए तो भारत प्याज उत्पादन में पूरी दुनिया में दूसरे पायदान पर है. प्याज पूरे साल भर बाजार में उपलब्ध रहता है.

भारत में प्याज की फसल दो चक्रों में बोई जाती हैं, पहली कटाई नवंबर से जनवरी तक शुरू होती है और दूसरी कटाई जनवरी से मई तक होती है.

इसी कड़ी में आज हम किसानों के लिए रबी सीजन के लिए प्याज की 5 उन्नत किस्मों के बारे में बताने जा रहे हैं.

 

रबी सीजन के लिए प्याज की उन्नत किस्में

भीमा रेड

भीमा रेड प्याज की किस्म रबी व खरीफ सीजन बोई जा सकती है. दिखने में यह लाल रंग की होती है.

बी सीजन में यह मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में बोई जाती है.

यह किस्म रबी सीजन में 3 महीने यानि की 110 से 120 दिनों  पककर तैयार हो जाती है.

भीमा रेड प्याज की किस्म से रबी सीजन में 30-32 टन/हेक्टेयर उत्पादन मिलता है.

 

भीमा राज

भीमा राज रबी सीजन में दिल्ली, गुजरात, हरियाणा और राजस्थान में ऊगाई जाने वाली प्रमुख किस्म है.

दिखने में यह गाढ़े लाल रंग की होती है. प्याज की यह खास किस्म बुवाई के 115-120 दिन में पककर तैयार हो जाती है.

इस किस्म की बुवाई यदि रबी सीजन में की जाती है तो यह 25-30 टन / हेक्टेयर का उत्पाजन देती है.

 

भीमा शक्ति

भीमा शक्ति रबी सीजन और खरीफ सीजन की पछेती किस्म है.

इसकी खेती रबी सीजन में आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, ओडिशा, पंजाब और उत्तर प्रदेश  के राज्यों में की जाती है.

भीमा शक्ति प्याज की किस्म 125-135 दिन में पक जाती है. इसकी उत्पादन क्षमता 28-30 टन/हेक्टेयर है. दिखने में यह हल्की लाल होती है.

भीमा लाइट रेड

भीमा लाइट रेड दिखने में हल्की लाल रंग की होती है. यह रबी सीजन में बोई जाने वाली मुख्य किस्म है.

यह मुख्यत: कर्नाटक और तमिलनाडु में बोई जाती है.

बता दें कि भीमा लाइट रेड बुवाई के 110-120 दिन में कटाई के लिए तैयार हो जाती है.

इसकी उत्पादन क्षमता 36 – 40 टन/ हेक्टेयर है तथा भंडारण क्षमता 5 – 6 महीने है.

 

भीमा श्वेता

भीमा श्वेता प्याज की किस्म रबी सीजन में बोई जाती है. दिखने में यह सफेद रंग की होती है.

रबी सीजन में यह आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में बोई जाती है.

यह किस्म 110 से 120 दिनों पककर तैयार हो जाती है. भीमा श्वेता प्याज की किस्म से रबी सीजन में 26-30 टन/हेक्टेयर उत्पादन मिलता है.

 

प्याज की अन्य उन्नत किस्में

रबी सीजन के अलावा भारत में पाई जाने वाली प्याज की कई किस्में हैं,

जिसमें एग्रीफाउंड डार्क रेड, एग्रीफाउंड लाइट रेड, एनएचआरडीएफ रेड, एग्रीफाउंड व्हाइट, एग्रीफाउंड रोज और एग्रीफाउंड रेड, पूसा रत्नार, पूसा रेड और पूसा व्हाइट राउंड शामिल हैं.

 

भारत प्याज का बड़ा निर्यातक

भारत समेत पूरे विश्व में हमारे देश के प्याज की मांग बहुत अधिक है.

आंकड़े देखें तो वित्तीय वर्ष 2021 – 22 के दौरान भारत ने 3,432.14 करोड़ रुपए का 1,537,496.89 मीट्रिक टन ताजा प्याज का निर्यात किया था.

भारत के मुख्य निर्यातक देश बांग्लादेश, मलेशिया, श्रीलंका, संयुक्त अरब अमीरात, नेपाल और इंडोनेशिया हैं.

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