यहां खुला देश का सबसे बड़ा बकरी फार्म, मंत्री बोले-पीएम का सपना हो रहा सच

5,000 बकरियां, 70 कर्मचारी

इस फार्म में करीब पांच हजार बकरे-बकरियां हैं. युवान एग्रो फार्म के संचालक श्री डी.के. सिंह के अनुसार, वर्तमान में यहां 70 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं और 200 से अधिक किसान इस पहल से जुड़े हुए हैं.

केंद्रीय राज्यमंत्री मत्स्य, पशुपालन और डेयरी डॉ. एसपी सिंह बघेल ने उत्तर प्रदेश के आगरा में देश के सबसे बड़े बकरी फार्म युवान एग्रो फार्म का उद्घाटन किया.

बकरी फार्म का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि आज पीएम का सपना सच हो रहा है. ये फार्म बिना किसी सरकारी मदद के खुला है.

अच्छी बात ये है कि यहां पर प्योर ब्रीड के बकरे-बकरियां पाले जा रहे हैं क्योंकि पशुपालन में असल खेल तो नस्ल का ही है.

5,000 बकरियां, 70 कर्मचारी…

किसान तक में छपी खबर के मुताबिक, इस फार्म में करीब पांच हजार बकरे-बकरियां हैं. युवान एग्रो फार्म के संचालक श्री डी.के. सिंह के अनुसार, वर्तमान में यहां 70 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं और 200 से अधिक किसान इस पहल से जुड़े हुए हैं.

अगले दो सालों में 10,000 किसानों तक इस योजना का विस्तार करने का लक्ष्य है.

यह फार्म 2,50,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें 5,000 से अधिक बकरियां हैं. आने वाले सालों में इसे 25,000 तक बढ़ाने की योजना है.

 

एक हजार किसानों को पशुपालन से जोड़ेंगे

फार्म में 80,000 वर्ग फुट में ऐलिवेटेड शेड, 10,000 वर्ग फुट में खेल क्षेत्र, एक उन्नत पशु अस्पताल और 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी की व्यवस्था है.

किसानों की सुविधा के लिए यहां 5-स्टार गेस्ट हाउस भी बनाया गया है. एसपी सिंह बघेल ने वहां मौजूद लोगों को संबोधि‍त करते हुए कहा कि युवान फार्म की योजना है कि ये शुरुआत में एक हजार किसानों को पशुपालन से जोड़ेंगे.

उन्हें बकरी के बच्चे पालने के लिए देंगे और जब वो तैयार हो जाएंगे तो बाजार रेट पर उनसे खरीद लेंगे.

पशुपालक चाहेंगे तो वो खुद भी सीधे बाजार में बेच सकते हैं. अगर बाजार में नहीं बिके तो युवान गारंटी दे रहा है कि आप उनके यहां बेच सकते हैं. यही पीएम मोदी का सपना भी है.

वो चाहते हैं कि खेती संग किसान पशुपालन करे. ऐसा करने पर ही उसका जोखि‍म भी कम होगा और उसकी इनकम बढ़ेगी.

 

रजा मुराद ने भी देखा युवान गोट फार्म

फिल्म एक्टर रजा मुराद भी फार्म के उद्घाटन के मौके पर आगरा आए हुए थे. इस दौरान उन्होंने करीब तीन घंटे तक युवान गोट फार्म देखा.

बकरे-बकरियों के शेड में जाकर उनके बीच खेलते हुए नजर आए. फार्म में मौजूद बकरे-बकरियों की नस्ल के बारे में जानकारी ली. उन्हें क्या और कैसे खि‍लाया जा रहा है इस बारे में भी बहुत बारीकी से सवाल किए.

 

2026 तक फार्म को 10 हजार बकरे-बकरियों का करने का लक्ष्य

फार्म के संचालक डीके सिंह ने किसान तक को बताया कि हमारा पहला मकसद किसानों को अपने साथ जोड़कर उनकी रोजमर्रा की जिंदगी को सुधारना है.

ब्रीडिंग प्लान पर काम करके किसानों को छोटे बच्चे दिए जाएंगे. वहीं दूध से चीज बनाकर घरेलू समेत विदेशी बाजार में एक्सपोर्ट किया जाएगा.

इसके अलावा बकरे तैयार कर बेचे जाएंगे. साल 2026 तक हमारा इस फार्म को और बड़ा कर 10 हजार बकरे-बकरियों के करने का है. ये पूरी तरह से एलिवेटेड फार्म है.

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