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सरकार की सख्ती के बाद बैंकों ने बनाए 2.18 करोड़ किसानों के केसीसी

 

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किसानों की सहूलियत के लिए पीएम किसान स्कीम से लिंक कर दी गई है किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम, आवेदन स्वीकार होने के बाद 15 दिन के भीतर बैंक को कार्ड बनाना होगा.

 

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम से लिंक होने के बाद किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम में तेजी आ गई है.

फरवरी 2020 से अब तक विभिन्न बैंकों ने रिकॉर्ड 2.18 करोड़ पात्र किसानों के लिए केसीसी जारी किया है.

केसीसी मिलने के बाद अब इन किसानों की खेती-किसानी के लिए साहूकारों पर निर्भरता खत्म हो गई है.

अब उन्हें सालाना सिर्फ 4 फीसदी ब्याज पर बैंक से पैसा मिलेगा, जबकि साहूकार इससे कहीं बहुत अधिक ब्याज पर पैसा देते थे.

 

दरअसल, मोदी सरकार चाहती है कि पीएम किसान स्कीम के सभी लाभार्थियों को केसीसी के दायरे में लाया जाए.

ताकि उनके पास खेती करने के लिए पैसे की कमी न रहे और ब्याज का बोझ भी ज्यादा न हो.

इसलिए 24 फरवरी 2020 को यूपी के चित्रकूट में केसीसी बनाने के लिए विशेष अभियान चलाने का एलान किया गया था.

पीएम किसान से स्कीम के लिंक होने के बाद किसानों को इसे बनवाना काफी आसान है, क्योंकि इसमें शामिल किसानों का पूरा रिकॉर्ड केंद्र सरकार के पास पहले से मौजूद है.

 

कितने कार्ड बनाने का है लक्ष्य

मोदी सरकार ने 2 लाख करोड़ रुपये की खर्च सीमा के 2.5 करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) जारी किए जाने की घोषणा की थी.

यानी अभी 32 लाख और किसानों को इस अभियान के तहत कार्ड दिए जाएंगे.

केसीसी बनाने के लिए केंद्र सरकार ने बैंकों पर काफी दबाव दिया है, तब जाकर इतने नए किसानों को इसका लाभ मिल पाया है.

अन्यथा बैंकिंग सिस्टम में बैठे ज्यादातर अधिकारियों का माइंडसेट एंटी फार्मर है. वो आसानी से किसानों को पैसा नहीं देते.

 

दो सप्ताह में बनाना होगा कार्ड

जरूरी दस्तावेज के साथ आवेदन स्वीकार होने के बाद 15 दिन के भीतर बैंक को कार्ड बनाना होगा.

केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने बैंकर्स एसोसिएशन से कहा है कि वो गांवों में कैंप लगाकर किसानों के केसीसी बनाएं.

केसीसी का फार्म पीएम किसान स्कीम की वेबसाइट पर उपलब्ध है. बनाने की प्रोसेसिंग फीस माफ कर दी गई है.

एसबीआई (SBI), पीएनबी (PNB), एचडीएफसी (HDFC) और आईसीआईसीआई सहित सभी बैंक केसीसी बनाते हैं.

 

कौन ले सकता है केसीसी

खेती-किसानी, मछलीपालन और पशुपालन से जुड़ा कोई भी व्यक्ति, भले ही वो किसी और की जमीन पर खेती करता हो, केसीसी का लाभ ले सकता है.

अब किसान क्रेडिट कार्ड सिर्फ खेती-किसानी तक सीमित नहीं है.

पशुपालन और मछलीपालन के लिए सिर्फ 2 लाख रुपये तक का कर्ज मिलेगा. जबकि कृषि के लिए 3 लाख रुपये मिलेंगे.

 

केसीसी के लिए जरूरी दस्तावेज और पात्रता

  • विधिवत भरा हुआ आवेदन पत्र
  • पहचान का प्रमाण–मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड (Aadhaar), डीएल आदि.
  • किसी और बैंक में कर्जदार न होने का एफीडेविड.
  • आवेदक की फोटो
  • व्यक्तिगत खेती या संयुक्त कृषि कर रहे किसान इसके लिए पात्र हैं.
  • पट्टेदार, बटाईदार किसान और स्वयं सहायता समूह भी लाभ ले सकते हैं.
  • सभी सरकारी, निजी, सहकारी और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक इसे बना सकते हैं.
  • आप कॉमन सर्विस सेंटर के जरिए भी आवेदन कर सकते हैं.

 

कैसे सबसे कम हो जाता है ब्याज

केंद्र सरकार ने केसीसी के तहत 1.60 लाख रुपये तक की रकम लेने के लिए गारंटी खत्म कर दी है.

पहले इसकी सीमा सिर्फ 1 लाख रुपये थी. केसीसी पर लिए गए 3 लाख रुपये तक के कर्ज की ब्याज दर 9 फीसदी है. सरकार इसमें 2 फीसदी सब्सिडी दे देती है.

ब्याज बचा 7 फीसदी. समय पर पैसा लौटाने वाले को 3 फीसदी और छूट मिलती है.

इस तरह समय पर पैसा देने वाले किसानों के लिए ब्याज दर महज 4 फीसदी हो जाती है.

 

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