एक और हफ्ता सूखा गुजरेगा

 

MP में किन इलाकों में कम बारिश

मालवा निमाड़ और ग्वालियर चंबल ऐसे क्षेत्र हैं, जहां बारिश ने मेहरबानी नहीं दिखाई।

इंदौर की बात करें तो 1 जून से 27 जून तक केवल 79 MM बारिश हुई है जबकि यहां अब तक सामान्यत: 130 MM बारिश होनी चाहिए थी।

इसके बाद ग्वालियर का नंबर आ रहा है। यहां पर 34 MM बारिश हुई है। मुरैना में सबसे कम 33 MM पानी गिरा है।

चार बड़े शहरों में इंदौर और ग्वालियर संभाग को बारिश का इंतजार है।

 

सबसे ज्यादा बारिश कहां

मध्य प्रदेश में पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश के आंकड़ों की बात करें तो सबसे ज्यादा बारिश सिंगरौली में हुई है।

यहां पर 322 MM बारिश हुई है। वहीं, 300 प्लस में नरसिंहपुर भी शामिल है। यहां पर 314 MM बारिश हुई है।

वहीं, भोपाल में आंकड़ा 285 MM बारिश हो चुकी है। जबकि यहां अब तक औसत बारिश 98 MM होनी थी।

जबलपुर में 120 MM की जगह अब तक 155 MM हो चुकी है। ग्वालियर की बात करें तो 34 MM हुई है जबकि यहां पर 54 MM बारिश होनी थी।

 

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समय से दो दिन पहले इंदौर आया मानसून, पूरे शहर में एक जैसी बारिश अब तक नहीं

इस बार मानसून समय से दो दिन पहले यानी 18 जून को आ गया था। इसके बाद से ही पूरे शहर में एक जैसी बारिश नहीं हुई है।

शहर टुकड़ों में ही भीग रहा है। पिछले साल 15 जून को मानसून आया था। दो से तीन बार मजबूत सिस्टम बने थे।

इसके बावजूद पूरे शहर में एक जैसी बारिश हुई थी। पिछले साल जून में औसत के करीब बारिश रिकॉर्ड हुई थी।

 

मालवा निमाड़ में बारिश के हाल

आगर मालवा, 76, आलीराजपुर 64, बड़वानी 63, बुरहानपुर 114, देवास 174, धार 58, इंदौर 79, झाबुआ 108, खंडवा 86, खरगोन 79, मंदसौर 97, नीमच 97, रतलाम 116, शाजापुर 130, उज्जैन 120 MM बारिश हुई है।

इसमें आलीराजपुर, बड़वानी, धार, इंदौर और खरगोन में औसत से कम बारिश हुई है।

 

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