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2140 रुपये के अधिकतम भाव से नए गेहूं का श्रीगणेश

राजगढ़

4210 क्विटल आवक

 

प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के बाद खुली मंडी, अभी आवक बढ़ने में लगेगा समय

 

कृषि उपज मंडी में पांच दिवसीय प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के समापन के ठीक बाद मंगलवार को मंडी किसानों के लिए एक बार फिर खुल गई।

16 से 21 फरवरी तक बंद रही मंडी जैसे ही छठे दिन मंगलवार को खुली तो नए गेहूं की बंपर आवक हुई।

मंडी के प्रांगण प्रभारी लखन जोशी ने बताया कि पहले ही दिन मंडी में 150 ट्रैक्टर-ट्रॉली के जरिए करीब चार हजार 210 क्विंटल गेहूं की आवक हुई। नया गेहूं 2150 रुपये प्रति क्विंटल तक विका।

 

विशेष बात यह रही कि सभी व्यापारियों ने सबसे पहले मंडी के नवीन मंदिर में पहुंचकर हनुमानजी की आरती की और उसके बाद ही खरीदी का दौर आरंभ किया गया।

सुबह 10:30 बजे से देर शाम तक खरीदी का दौर चलता रहा। जानकारों का कहना है कि अभी आवक का सिलसिला ऐसा ही चलेगा। इसके बढ़ने में करीब एक पखवाड़ा और लगेगा।

 

न्यूनतम भाव 1850 रुपये क्विंटल प्रांगण

प्रभारी जोशी ने बताया कि मंगलवार को पहली बार इतनी अधिक मात्रा में गेहूं की आवक दर्ज की गई अवकाश से पहले एक-दो ट्रॉली गेहूं जरूर आया था, लेकिन विधिवत खरीदी मंगलवार से आरंभ हुई है।

उन्होंने बताया कि मंगलवार को न्यूनतम भाव 1700 रुपये प्रति क्विटल रहे तथा अधिकतम भाव 2150 रुपये प्रति क्विंटल तक दर्ज किए गए।

उन्होंने बताया कि गेहूं की आमद टिमायची, भानगढ़, बोदली, अहमद आदि गांवों से हुई है।

 

पिछड़ जाएगी सरकारी खरीदी

जानकार बताते हैं कि जिस तरह से गत वर्ष गेहूं की खरीद-फरोख्त सोसायटियों की अपेक्षा मंडी में अधिक हुई थी, वैसे ही हालात एक बार फिर नजर आने लगे हैं।

दरअसल, गत वर्ष भी मार्च के आखिरी सप्ताह में ही सरकारी खरीदी शुरू हो पाई थी और इस बार भी खरीदी मार्च में ही होना है।

जबकि मंडी में फरवरी की तर्ज पर इस बार भी गेहूं की आवक का सिलसिला शुरू हो चुका है।

ऐसे में सोसायटियों में एक बार फिर कम मात्रा में ही गेहूं पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।

 

देरी से बोए गए गेहूं को लगेगा समय

धर, किसानों का कहना है कि फिलहाल सिर्फ अर्ली वैरायटी वाला गेहूं मंडी में पहुंच रहा है।

जिन किसानों ने बहुत पहले ही गेहूं बो दिया था, उनकी फसल तैयार हो चुकी है, लेकिन क्षेत्र में अधिकांश किसानों ने पहला पानी बरसने के बाद ही बोवनी की थी।

ऐसे में अभी देरी से बोए गए गेहूं की फसल की कटाई में करीब एक पखवाड़े का वक्त और लग सकता है। अभी फसल पूरी तरह से सूखी नहीं है।

source : naidunia

 

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