हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
WhatsApp Group Join Now

किसान भाईयों के लिए शीत लहर एवं पाला से फसल सुरक्षा के उपाय

 

फसल सुरक्षा के उपाय

 

रबी की फसलों को शीत लहर एवं पाले से काफी नुकसान होता है। जब तापक्रम 5 डिग्री सेंटीग्रेड से कम होने लगता है तब पाला पड़ने की पूर्ण संभावना होती है।

तापमान कितना ही नीचे जाए यदि शीतलहर हवा के रूप में चलती रहे तो कोई नुकसान नही होता है।

यदि इसी बीच हवा चलना रूक जाये तथा आसमान साफ हो तो पाला पड़ता है।

 

पाला एवं शीतलहर से बचा सकते है

किसान कल्याण तथा कृषि विकास के उप संचालक श्री आरएल जामरे से प्राप्त जानकारी अनुसान शीतलहर एवं पाले से फसल की सुरक्षा के उपाय हेतु खेतों की सिंचाई जरूर करे।

पौधो को प्लास्टिक की चादर से ढंके, खेतों के पास धुआं करे तथा रासायनिक उपचार कर फसलों को पाला एवं शीतलहर से बचा सकते है।

 

पाला पड़ने पर यह करें

उन्होने बताया कि जिस दिन पाला पड़ने की संभावना हो उन दिनों फसलों पर गंधक के 01 प्रतिशत घोल का छिड़काव करना चाहिए।

इस हेतु 1 लीटर गंधक को 1 हजार लीटर पानी में घोलकर 1 हैक्टेयर क्षेत्र में प्लास्टिकके स्प्रेयर से छिड़के।

अधिक जानकारी के लिए नजदीक के कृषि विभाग के कार्यालय या कृषि अधिकारी से संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

 

यह भी पढ़े : कृषि यंत्रों पर अनुदान के लिए आवेदन करें

 

यह भी पढ़े : ई-केवाईसी कराने वाले किसानों को ही मिलेगी 10वीं किस्त

 

शेयर करे