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रबी सीजन के बीच डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में 10 रुपए की कटौती

 

केंद्र के इस फैसले से किसानों को मिलेगी बड़ी राहत

 

केंद्र सरकार ने कहा कि देश के किसानों ने अपनी कड़ी मेहनत से लॉकडाउन के दौरान भी आर्थिक विकास की गति को बनाए रखा.

अब डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में भारी कमी रबी सीजन के दौरान किसानों को राहत देगी.

 

देश के किसान अभी रबी फसलों की बुवाई की तैयारी कर रहे हैं और खरीफ फसलों की कटाई जोरों पर है.

इस बीच केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है.

डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में 10 रुपए प्रति लीटर की कटौती की गई है.

केंद्र सरकार के इस फैसले से कृषि लागत में कमी आने की उम्मीद है.

 

केंद्र सरकार ने कहा कि देश के किसानों ने अपनी कड़ी मेहनत से लॉकडाउन के दौरान भी आर्थिक विकास की गति को बनाए रखा.

अब डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में भारी कमी रबी सीजन के दौरान किसानों को राहत देगी.

केंद्र सरकार ने कहा कि हमारी कोशिश है कि किसानों को मेहनत का पूरा फल मिले और यह कटौती भी इसी को ध्यान में रखकर की गई है.

 

‘रबी सीजन से पहले किसानों को बड़ी राहत’

एक्साइज ड्यूटी में कटौती के बाद केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राज्य सरकारों से अपील की कि वैट की दरों में कमी कर कर लोगें की मदद करें.

उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में उल्लेखनीय कटौती करने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद देता हूं.

रबी सीजन से ठीक पहले ईंधन उपभोक्ताओं, खासकर हमारे किसानों के लिए यह एक बड़ी राहत है.

आम लोगों को और राहत देने के लिए राज्यों को ईंधन पर वैट कम करके इस उत्सव में शामिल होना चाहिए.’

 

देश के लगभग सभी राज्यों में पेट्रोल 110 और डीजल 100 रुपए के आसपास में बिक रहा है.

बीते कुछ दिनों से कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी.

हालांकि दाम बढ़ने का सिलसिला करीब 1 साल पहले शुरू हुआ था और तब से करीब 27 से 30 रुपए तक डीजल के दाम बढ़ चुके हैं.

डीजल के दाम में भारी बढ़ोतरी से जरूरत की अन्य चीजों के साथ ही कृषि लागत में काफी वृद्धि आई है और इससे सीधे किसानों की आय प्रभावित हो रही है.

 

15 रुपए से अधिक कम हो जाएगा डीजल का भाव

आज के समय में कृषि के लगभग सभी काम में मशीनों को उपयोग बढ़ गया है.

खेत की जुताई से लेकर फसल की कटाई तक में बड़ी-बड़ी मशीनों का उपयोग हो रहा है.

इससे किसानों का काम आसानी से और समय पर हो जाता है. ये सभी मशीनें डीजल पर चलती हैं.

लेकिन आसमान छूती डीजल की कीमतों ने किसानों की राह मुश्किल कर दी थी.

उन्हें पिछले साल के मुकाबले हर काम के लिए लगभग दोगुना रुपए देने पड़ रहे थे.

 

केंद्र सरकार के इस निर्णय के बाद कटाई, जुताई और सिंचाई के काम में किसानों को राहत मिलेगी.

वहीं एक्साइज ड्यूटी में कटौती कर केंद्र सरकार ने अब राज्यों से भी वैट कम करने की अपील की है.

अगर राज्य सरकारें भी वैट में कमी करती हैं तो डीजल की कीमतों में 15 रुपए से अधिक की कमी आएगी, जिससे किसानों को काफी फायदा होगा.

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