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मध्य प्रदेश में किसानों को मिल रहे हैं गेहूं के अच्छे भाव

 

गुना में 3845 रुपये प्रति क्विंंटल तक मिले दाम

 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते दिनों दिल्ली में गेहूं निर्यातकों से मुलाकात की थी.

जिसके बाद उन्होंने प्रदेश के गेहूं के निर्यात को बढ़ावा देने का फैसला लिया है. इस संबंध में उन्होंने कई फैसले लिए हैं.

 

रबी के सीजन की कटाई का दौर जारी है. जिसके तहत किसान गेहूं, चना, सरसों की फसलों की कटाई कर रहे हैं.

हालांकि कई किसान फसलों की कटाई का काम पूरा कर चुके हैं. इसके साथ ही देशभर में गेहूं खरीद की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है.

जिसमें मध्य प्रदेश भी शामिल है. जहां किसानों को इस बार गेहूं के दाम बेहतर मिल रहे हैं.

असल में मध्य प्रदेश में किसानों से गेहूं के खरीद के लिए अलग-अलग मंडियां हैं. जहां गेहूं के अलग-अलग दाम निर्धारित हैं.

जिसमें मंगलवार को गुना मंडी में 1975 रुपये से 3845 रुपये प्रतिक्विंटल गेहूं की खरीद हुई है.

सोमवार की तुलना में मंगलवार को गुना मंडी में गेहूं के भाव में 25 रुपये प्रतिक्विंंटल तक बढ़ोतरी हुई.

मंगलवार को गुना मंडी में 25 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद हुई.

 

भाेपाल और इंदौर मंडी में भी 3300 से 3738 रुपये तक मिल रहे दाम

मध्य प्रदेश की भोपाल और इंदौर मंडी में भी किसानों को गेहूं के बेहतर दाम मिल रहे हैं.

दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को भोपाल की करोंद मंडी में मंगलवार को 10 हजार क्विंटल गेहूं की आवक हुई.

जिसमें गेहूं के भाव 1925 से 3300 रुपये प्रति क्विंंटल तक रहे. मंडी में शरबती ब्रांड गेहूं 3300 रुपये प्रतिक्विंंटल तक बिका.

वहीं इंदौर मंडी में गेहूं के भाव 1700 से 3738 रुपये प्रति क्विंटल रहे.

रिपोर्ट के मुताबिक मंडी में 1700 से 2698 रुपये प्रतिक्विंटल गेहूं लोकवन के भाव रहे.

वहीं गेहूं सुजाता के भाव 3224 से 3738 रुपये प्रतिक्विंंटल तक रहे.

 

यह रहे अन्य मंडियों के दाम

मध्य प्रदेश की अन्य मंडियों में भी किसानों को गेहूं के दाम बेहतर मिल रहे हैं.

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को सागर मंडी में 1900 से 3100 रुपये प्रतिक्विंटल तक के भाव किसानों को मिले हैं.

इसी तरह रतलाम मंडी में 2100 से 3400 रुपये प्रतिक्विंटल गेहूं के दाम किसानों को मिल रहे हैं.

वहींं प्रदेश की नर्मदापुरम स्थित पिपरिया मंडी में गेहूं के दाम 1900 से 2008 तक मिले हैं.

जबकि छिंदवाड़ा मंडी में गेहूं के दाम 1951 से 2030 तक रहे हैं, जो न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम है.

भारत सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य इस बार 2015 रुपये प्रतिक्विंंटल निर्धारित किया है.

 

मध्य प्रदेश के गेहूं का निर्यात बढ़ाने की तैयारी में है सरकार

रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते दुनियाभर में दुनियाभर में गेहूं की मांग प्रभावित हुई है. इससे भारतीय गेहूं की मांग बढ़ी है.

जिसे देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने बीते दिनों प्रदेश के गेहूं का निर्यात बढ़ाने का फैसला लिया था, जिसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते दिनों दिल्ली में गेहूं निर्यातकों से मुलाकात की थी.

जिसके बाद उन्होंने इस संबंध में कई फैसले लिए थे.

जिसके तहत उन्होंने निर्यात होने वाले गेहूं को एक तरफ मंडी टैक्स से मुक्त रखने का फैसला लिया था.

वहीं ऐलान किया था कि प्रदेश से व्यापारी एक लाइसेंस के माध्यम से कहीं से भी गेहूं की खरीद कर सकते हैं.

source : tv9hindi

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