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किसान मछली पालन के व्यवसाय में आजमाएं हाथ

कम लागत में बढ़िया मुनाफा

 

मछली पालन के व्यवसाय को सरकार भी गंभीरता से ले रही है.

पिछले कुछ साल से सरकार किसानों को इस क्षेत्र में आने के लिए लगातार प्रोत्साहित कर रही है.

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत किसानों को सब्सिडी के साथ-साथ कई अन्य तरह की सुविधाएं भी मुहैया कराई जाती हैं.

 

खेती-बाड़ी, पशुपालन के बाद भारत में बड़े पैमाने पर मछली पालन के जरिए किसान अपना जीवनयापन करते हैं.

शायद काफी कम लोगों को पता है कि मछली पालन करके लखपति तक बन सकते हैं.

इसके लिए किसी बड़ी जगह की जरूरत नहीं पड़ती है. मछली पालन आप गांव में छोटे तालाबों, झीलों में कर सकते हैं.

 

सरकार भी मछली पालन के लिए करती है प्रोत्साहित

पिछले कुछ सालों से सरकार भी किसानों को मछली पालन के क्षेत्र में आने के लिए प्रोत्साहित कर रही है.

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत किसानों को इसके लिए सब्सिडी के साथ-साथ कई अन्य तरह की सुविधाएं भी मुहैया कराई जाती हैं. 

हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार मछली पालन से पहले ट्रेनिंग बेहद जरूरी है. मछली के बीज हैचरी या फिश फार्मिंग से ही खरीदने चाहिए.

 

छोटे तालाब में करें मछली पालन

शुरुआती दौर में विशेषज्ञ किसानों को छोटे तालाबों से ही मछली पालन की शुरुआत करने की सलाह देते हैं.

इसमें खर्चा काफी कम होता है और बचत भी ठीक होती है. जो मछलियां जितनी ज्यादा वजनी होती हैं, उनकी कीमत भी उतनी अधिक मिलती है.

इसके अलावा मछली पालक को इस काम का अनुभव भी हो जाता है और मछली पालन को लेकर छोटी-छोटी बारीकियां भी समझ आने लगती हैं.

जिसके बाद वह बड़े तालाब में मछली पालन की शुरुआत कर अपना कारोबार बढ़ा सकते हैं.

 

कितना आता है खर्च?

मछली पालन करने के लिए तालाब का निर्माण करवाने में 50 हजार रुपये तक का खर्च आ सकता है.

कई राज्य सरकारों की ओर से इसके लिए सब्सिडी भी दी जाती है.

यदि आप मछली पालन के लिए एक लाख रुपये शुरुआत में लगाते हैं तो आराम से 5 से 6 लाख रुपये कमा सकते हैं.

इसके अलावा कई ऐसी भी प्रजाति की मछलियां आती है, जिसके पालन की शुरुआत कर मुनाफा 15 से 20 लाख रुपये तक पहुंच जाता है.

source : aajtak

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