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सरकार ने जारी किए इस वर्ष के लिए सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य

खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP-2022

 

खरीफ वर्ष 2022–23 की शुरुआत होने वाली है, ऐसे में केंद्र सरकार ने बुआई से पूर्व ही सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी कर दिए हैं।

जिससे किसान फसलों के मिलने वाले भाव के अनुसार फसलों का चयन कर सकें।

केंद्र सरकार ने इस वर्ष भी सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में भारी वृद्धि कर दी है।

 

इस वर्ष केंद्र सरकार ने अलग-अलग फसलों के दामों में 92 रूपये से लेकर 523 रूपये प्रति क्विंटल तक की वृद्धि की है।

सरकार ने सबसे कम वृद्धि मक्का के मूल्य में की है जो 92 रुपए है इसके अलावा धान एवं बाजरा के मूल्यों में पिछले वर्ष की तुलना में मात्र 100 रुपए की वृद्धि की है वहीं तिल के मूल्यों में सबसे अधिक 523 रूपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है।

 

न्यूनतम समर्थन मूल्य एवं मूल्यों की गई वृद्धि 2022-23

फसल  एमएसपी 2021–22

रुपए/क्विंटल  

एमएसपी 2022–23

रुपए/क्विंटल  

एमएसपी में बढ़ोतरी (पूर्ण)
धान (सामान्य) 1940   2040  100 
धान (ग्रेड ए) 1960  2060  100 
ज्वार (हाईब्रिड) 2738  2970  232
ज्वार (मालदंडी) 2758  2990  232
बाजरा  2250  2350  100
रागी  3377 3578  201 
मक्का  1870  1962  92
तुअर (अरहर) 6300  6600 300 
मूंग  7275  7755 480
उड़द  6300  6600 300
मूंगफली  5550  5850  300 
सूरजमुखी के बीज  6015  6400 385
सोयाबीन (पीलि) 3950  4300 350
तिल  7307  7830  523
नाइजरसीड (रामतिल) 6930  7287  357
कपास (मध्यम रेशा) 5726  6080  354
कपास (लंबा) 6025  6380 355

 

सरकार फसलों की लागत पर कितना मुनाफा दे रही है?

केंद्र सरकार ने वर्ष 2022–23 में खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में काफी वृद्धि की गई है।

सरकार की तरफ से बताया गया है कि किसानों को फसलों के मूल्य लागत का 50 प्रतिशत या उससे अधिक मुनाफा दिया जा रहा है।

बाजरा, तुअर, उड़द, सूरजमुखी बीज, सोयाबीन एवं मूंगफली का एमएसपी पर लाभ अखिल भारतीय औसत उत्पादन लागत से 50 प्रतिशत अधिक है जो कि क्रमश: 85%, 60%, 59%, 56%, 53% एवं 51% है|

 

फसल लागत में इन ख़र्चों को किया गया है शामिल

सरकार द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि फसलों की लागत में मानव श्रम, बैल श्रम, मशीन श्रम, पट्टे पर ली गई जमीन का किराया, बीज, उर्वरक, खाद जैसी उपयोग की गई सामग्रियों पर व्यय सिंचाई शुल्क, उपकरण और कृषि भवन पर मूल्य ह्रास, कार्यशील पूंजी पर ब्याज, पम्प सेट आदि चलाने के लिए डीजल / बिजली आदि पर व्यय, मिश्रित खर्च और पारिवारिक श्रम के मूल्य को शामिल किया गया है|

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