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इन 2 आसान तरीकों से करें फसल भंडारण

 

लागत है आधे से भी कम

 

कई किसानों की यह मांग होती है कि उन्हें फसल भंडारण के लिए स्टोरेज चाहिए, लेकिन ये कमी ना पूरा होने की वज़ह से उनकी फसलें बर्बाद होने के साथ मेहनत मिट्टी में मिल जाती है.

ऐसे में आज हम कुछ आसान तरीके बताने जा रहे हैं जिससे आपको फसल भंडरान में दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा.

 

किसी भी किसान के लिए फसल उगाने से ज्यादा उसके भंडारण की चिंता रहती है.

अधिकतर खबरें ऐसी भी आती रहती हैं, जहां सही फसल भंडारण ना होने की वज़ह से किसानों की कड़ी मेहनत ख़राब हो जाती है.

ऐसे में आज हम आपको फसल भंडारण के लिए कुछ बेहतरीन तरीके बताने जा रहे हैं, जो आपके रोजमर्रे के जीवन में काम आ सकेगी.

 

फसल सुरक्षा और भंडारण

फसल सुरक्षा

  • खाद्यान्न के लिए बढ़ती जनसंख्या की वर्तमान और भविष्य की मांग का सामना करने के लिए, फसल के दौरान और बाद में भोजन के नुकसान को कम करने पर जोर दिया जा रहा है.
  • पूरे वर्ष उचित और संतुलित सार्वजनिक वितरण सुनिश्चित करने के लिए खाद्यान्न को अलग-अलग अवधि के लिए संग्रहीत किया जाता है.
  • भारत में फसल कटाई के बाद नुकसान लगभग 10 प्रतिशत होने का अनुमान है, जिसमें से अकेले भंडारण के दौरान नुकसान 58 प्रतिशत होने का अनुमान है.
  • लेकिन, उन्नत कृषि प्रौद्योगिकी के आगमन के साथ, किसान न्यूनतम नुकसान के साथ लंबे समय तक अनाज का भंडारण कर सकता है.

सर्वोत्तम भंडारण प्रदर्शन के लिए क्या करें

  • उत्पाद को अच्छी तरह से साफ और वर्गीकृत किया जाना चाहिए.
  • 6-12 महीने की सुरक्षित भंडारण अवधि के लिए अनाज सुरक्षित भंडारण का नमी स्तर 10-12% और तिलहन के लिए 7-9% होना चाहिए.
  • भंडारण संरचनाओं को ठीक से मरम्मत, साफ और कीटाणुरहित किया जाना चाहिए.
  • बाहरी नम हवा के साथ संपर्क से फसलों को बचाना चाहिए.
  • मकान/खेत के सबसे ठंडे हिस्से में संरचनाओं का निर्माण किया जाना चाहिए.

 

भंडारण सुविधा की आवश्यकताएं

  • जमीन की नमी, बारिश, कीटों, मोल्ड, कृन्तकों, पक्षियों आदि से अधिकतम संभव सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए.
  • इसे निरीक्षण, कीटाणुशोधन, लोडिंग, अनलोडिंग, सफाई और मरम्मत के लिए आवश्यक सुविधा प्रदान करनी चाहिए.
  • अनाज को अत्यधिक नमी और तापमान से बचाना चाहिए जो कीट और मोल्ड विकास दोनों के अनुकूल हो.

 

अनाज को कैसे करें स्टोर

अनाज को थोक यानी खुले में या बैग में स्टोर किया जा सकता है. तो आइये जानते हैं इन दोनों की विधि:

 

थोक (खुला) भंडारण
  • कृषि उत्पादों को कभी-कभी सतह संरचनाओं में ढीले रूप में संग्रहीत किया जाता है.
  • इस तरीके से बड़ी मात्रा में खाद्यान्न का भंडारण किया जा सकता है.
  • इसमें अनाज की लोडिंग-अनलोडिंग में परेशानी नहीं होती है.
  • इस तरह के भंडारण में गनीज़ जैसे भंडारण कंटेनरों को खरीदने की आवश्यकता नहीं है.
  • फसल भंडारण के इस तरीके को अपनाकर श्रम और समय की बचत की जा सकती है.
बैग भंडारण
  • बैग भंडारण कृषि उत्पादों (Agriculture Products) को जूट से बनी बोरियों में रखकर भंडारित किया जाता है.
  • प्रत्येक बैग में एक निश्चित मात्रा होती है जिसे बिना कठिनाई के खरीदा, बेचा या भेजा जा सकता है.
  • बैग को लोड या अनलोड करना आसान होता है.
  • संक्रमित या ख़राब थैलियों को हटाया जा सकता है.
  • बैग भंडारण में कीट का प्रकोप कम होता है.

source : krishijagranhindi

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