मध्यप्रदेश में मानसून एक्टिव हुए पांच दिन बीत चुके हैं।
मानसून के पहले सप्ताह में तेज बारिश के कारण नरसिंहपुर, उमरिया, सिवनी समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए।
ऐसे ही हालात अगले दो दिन यानी गुरुवार और शुक्रवार को भी बन सकते हैं।
मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी जारी की है। आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है।
16 जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम वैज्ञानिक एसएन साहू ने बताया कि अभी कम दवाब का क्षेत्र नॉर्थ छत्तीसगढ़ के ऊपर एक्टिव है।
अगले दो दिन में नॉर्थ एमपी होते हुए यह आगे बढ़ जाएगा। एक पूर्व-पश्चिमी ट्रफ लाइन राजस्थान से बंगाल तक गुजर रही है।
इसके चलते प्रदेशभर में बारिश हो रही है। गुरुवार को भी तेज बारिश के आसार हैं।
भोपाल, उज्जैन, नर्मदापुरम, इंदौर, शहडोल, जबलपुर और सागर संभाग में भारी बारिश का अनुमान है,
जबकि ग्वालियर-रीवा समेत 16 जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इन जिलों में भारी बारिश का अनुमान
गुरुवार को राजगढ़, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, सीधी, रीवा, सतना, डिंडोरी, सिवनी, बालाघाट और सागर में भारी बारिश होने का अनुमान है।
ग्वालियर-चंबल में कहीं-कहीं बारिश
ग्वालियर और चंबल संभाग में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। बाकी संभाग के सभी जिलों में तेज और हल्की बारिश होने की संभावना है।
बिजली गिरने का भी अनुमान
जिन जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान है, वहां ढाई से 4 इंच तक बारिश होने की संभावना है।
बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने की संभावना भी है।
बारिश दर्ज की गई…
बुधवार सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे के बीच दमोह में 79 मिमी यानी 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा, जबकि सतना, पचमढ़ी और रीवा में भी तेज बारिश हुई।
सतना में 2 इंच, पचमढ़ी में सवा इंच और रीवा में 1 इंच के करीब बारिश हुई।
उमरिया, शिवपुरी, छिंदवाड़ा और उज्जैन में आधा इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
खजुराहो में 9.4 मिमी, जबलपुर में 8.8 मिमी, रायसेन, धार और मंडला में 8 मिमी, सीधी, मलाजखंड और गुना में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई।
भोपाल, बैतूल, नर्मदापुरम, सिवनी में भी बारिश हुई।
यह भी पढ़े : किसानों को मिलता है सीधे 3 लाख का लोन, वो भी कम ब्याज पर
यह भी पढ़े : किसान अपना चेहरा दिखाकर करा सकेंगे पीएम किसान योजना के लिए केवाईसी
शेयर करें