फसलों की पैदावार के साथ ही किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा ड्रोन से उर्वरक और कीटनाशकों के छिड़काव को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसे में अधिक से अधिक किसान आसानी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) से इनका इस्तेमाल कर सकें इसके लिए युवाओं और महिलाओं को ड्रोन उड़ाने के प्रशिक्षण के साथ ही अनुदान पर ड्रोन उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
इस क्रम में इफ़को द्वारा एमपी के जबलपुर जिले के युवाओं को ड्रोन और इलेक्ट्रिक व्हीकल दिये गये।
किसान 300 रुपये देकर करा सकेंगे दवाओं का छिड़काव
इफको द्वारा जिले के दो युवा कृषि उद्यमियों नीलेश पटेल एवं हरिकृष्ण लोधी को एक-एक ड्रोन एवं एक-एक इलेक्ट्रिक व्हीकल उपलब्ध कराया गया है।
ड्रोन और इलेक्ट्रिक व्हीकल का इस्तेमाल फसलों पर उर्वरक और कीटनाशकों के छिड़काव के लिये किया जायेगा।
निर्धारित शुल्क चुकाकर किसान इनका इस्तेमाल अपने खेतों में कर सकेंगे।
युवाओं को ड्रोन सहित दी गई 15 लाख रुपये की सामग्री
दोनों कृषि उद्यमियों को ड्रोन के साथ 25 हजार एमएएच बैटरी सेट, फ्लैट जेट का एक सेट, ड्रोन बॉक्स के साथ सेंट्रीफ्यूगल नोजल का एक सेट, डीसीएस रिमोट, एक बैटरी चार्जर और दो फास्ट चार्जिंग हब तथा मैनुअल एवं लॉग के साथ एनीमोमीटर और पीएच मीटर के साथ टूल बॉक्स भी प्रदान किये गये हैं।
इनके अलावा 25 हजार एमएएच के तीन अतिरिक्त बैटरी सेट, एक अतिरिक्त डुअल चैनल फास्ट बैटरी चार्जर, छह पोर्ट के साथ एक अतिरिक्त बैटरी चार्जर हब, एक अतिरिक्त प्रोपेलर प्रति सेट भी दिया गया है।
इफको द्वारा युवा कृषि उद्यमियों को दिये गये ड्रोन, इलेक्ट्रिक व्हीकल के प्रत्येक सेट की कीमत 14 से 15 लाख बताई गई है।
इसमें करीब 8 लाख का ड्रोन, लगभग 5 लाख का इलेक्ट्रिक व्हीकल और 2 लाख रुपये के अन्य उपकरण शामिल हैं।
कृषि में ड्रोन तकनीकी के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने उद्देश्य से दोनों कृषि उद्यमियों को ये निःशुल्क उपलब्ध कराए गये हैं।
किसान मात्र 300 रुपये देकर करा सकेंगे दवाओं का छिड़काव
उपसंचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास आम्रवंशी ने बताया कि ड्रोन द्वारा नैनो यूरिया एवं डीएपी का अपने खेत में छिड़काव करने के लिए किसानों को 300 रुपये प्रति एकड़ शुल्क देना होगा।
छिड़काव के लिये नैनो यूरिया एवं डीएपी किसान को स्वयं क्रय कर उपलब्ध कराना होगा।
किसानों को अपने खेतों में उर्वरक और कीटनाशकों का छिड़काव करने के लिए गूगल प्ले स्टोर से “इफको किसान उदय” एप डाउनलोड करना होगा।
इस मोबाइल एप के माध्यम से किसानों को उनके क्षेत्र के पास उपलब्धता के आधार पर ड्रोन छिड़काव हेतु उपलब्ध कराया जायेगा।
इस एप के माध्यम से नैनो उर्वरकों के छिड़काव हेतु ड्रोन तकनीक का उपयोग कर किसान समय, श्रम, पानी एवं लागत में कमी कर उत्पादन बढ़ा सकते हैं।