हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
WhatsApp Group Join Now

सेहत के लिए ही नहीं, खेती में भी काफी फायदेमंद है केला

 

जिसने की फार्मिंग वो ही हुआ मालामाल

 

केला हमारे देश में सदाबहार फल है.

केले में काफी पोषक तत्व होने की वजह से इसकी मांग हमेशा बनी रहती है. केले में कार्बोहाइड्रेट और विटामिन काफी ज्यादा मात्रा में होते हैं.

इसलिए लोग इसे हर मौसम में खाना पसंद करते हैं और डिमांड ज्यादा होने की वजह से इसका काफी उत्पादन होता है.

महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा केले की पैदावार होती है. इसके अलावा कर्नाकट, गुजरात, आंध्र प्रदेश गुजरात और असम में भी काफी मात्रा में केले का उत्पादन किया जाता है.

 

ऐसे में भी आप केले की खेती कर सकते हैं और अच्छा पैसा कमा सकते हैं. तो जानते हैं कि केले की खेती के दौरान किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किस तरह से केले की पैदावार बढ़ा सकते हैं.

 

केले की खेती के लिए उष्ण और आद्र जलवायु सबसे ठीक मानी जाती है और केले की खेती के लिए दोमट मिट्टी का ज्यादा इस्तेमाल होता है.

साथ ही मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.5 होना आवश्यक है. केले की किस्म का चयन वहां की जलवायु के हिसाब से करना चाहिए.

केले की उन्नत किस्मों में पूवन, नेन्द्रन, रस्खली, करपूरावली शामिल है. इसके अलावा संकर किस्मों में सीओ-1, एच-1, एच-2, एफएचआई ए-1 आदि है.

 

यह भी पढ़े : मंडियों के आधुनिकीकरण के लिए मास्टर प्लान तैयार करें : मंत्री श्री पटेल

 

कैसे की जाती है खेती ?

केले की खेती के लिए सबसे सही समय फरवरी आखिरी से मार्च शुरुआत का वक्त माना जाता है. केले का बाग लगाने के लिए पौधे गड्डे या नाली में लगाए जाते है.

इसमें एक से दो जुताई के बाद पाटा लगाया जाता है. इसके बाद दो से तीन मीटर की दूरी पर गड्डे लगाया जाता है.

इस गड्ढे को थोड़े दिन ऐसे ही छोड़ना पड़ता है और उसके बाद इसे ऐसे ही छोड़ा जाता है. फिर कई उवर्रक डालकर पौधे लगाए जाते हैं.

 

पानी की आवश्यकता होती है

खास बात ये है कि केले की जड़ ज्यादा नीचे तक नहीं जाती है, ऐसे में केले की खेती में पानी का खास ख्याल रखना होता है.

अच्छे केले की पैदावार के लिए खेती में 70-75 बार सिंचाई की आवश्यकता होती है. सर्दियों में 7-8 दिनों में तो गर्मी में 4-5 दिन में सिंचाई करनी होती है.

इसके लिए ड्रॉप सिस्टम ज्यादा असरदार होती है. साथ ही इसकी निगरानी करती करनी चाहिए और एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए.

 

इसकी तुड़ाई में भी खास ध्यान रखना होता है. यह बाजार की दूरी और मौसम पर निर्भर करता है. अगर बाजार दूर है तो 75 पके केले की तुड़ाई कर लेनी चाहिए.

सर्दियों में सुबह तो गर्मियों में दिन में तुड़ाई करनी चाहिए. इसके बाद किसान मंडी में आसानी से ज्यादा भाव में केले बेच सकता है.

केले की फसल में कमाई भले ही कुछ दिन बाद शुरू होती है, लेकिन आप इससे अच्छे पैसे कमा सकते हैं.

 

यह भी पढ़े : किसानों के खाते में इस तारीख तक आएगी 2000 रुपये की आठवीं किस्त

 

source 

 

शेयर करे