खरीफ फसल की बोवनी में खाद की उपलब्धता बरकरार रखने के लिए सरकार ने पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष तीन गुना एडवांस खाद (fertilizer) का भंडारण किया है।
पिछले वर्षों में 5 जून से पहले तक सिर्फ चार लाख मीट्रिक टन खाद (fertilizer) का भंडारण किया गया था।
जबकि, इस वर्ष इसी अवधि में 11 लाख मीट्रिक टन खाद का भंडारण हो चुका है।
खाद (fertilizer) का भंडारण
वहीं, सरकार ने किसानों को यह भी सुविधाएं दी हैं कि वे अगर अभी खाद उठाते हैं तो उन्हें कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं देना होगा।
इसके पीछे की वजह यह है कि अगर किसान ये खाद उठा लेते हैं तो सहकारी समितियों के गोदाम खाली हो जाएंगे, जिससे एडवांस में और खाद भंडारित किया जा सकेगा।
इतना होगा भण्डारण
प्रदेश में खरीफ फसल की बोवनी का रकबा 125 लाख हेक्टेयर है।
इसके लिए करीब 15-16 लाख मीट्रिक टन खाद की जरूरत होती है।
इसके पहले तक सरकार एडवांस में सिर्फ चार लाख मीट्रिक टन खाद बुलाती थी,
जबकि इस वर्ष 17 लाख मीट्रिक टन खाद के लिए केंद्र सरकार के माध्यम से खाद निर्माता कंपनियों को ऑर्डर अप्रैल-मई में ही दे दिया था।
बताया जाता है कि जून आखिरी तक 17 लाख मीट्रिक टन खाद प्रदेश पहुंचने की संभावना है।
एडवांस खाद भंडारण के लिए अब सरकार को दिल्ली के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
बारिश के दौरान दूर-दराज के किसानों को अपने खेत और घरों तक खाद पहुंचाने में भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इस प्रकार होगा भण्डारण
खाद के प्रकार | एडवांस भण्डारण | लक्ष्य |
यूरिया | 6.40 | 8.25 |
डीएपी | 3.80 | 6.00 |
एनपीके | 0.50 | 1.75 |
पोटाश | 0.17 | 0.55 |
(मात्र लाख मीट्रिक टन में) |
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