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राष्ट्रीय किसान मेला 2022: इन उत्पादों और प्रदर्शनियों ने मोहा किसानों का मन

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र (IARI), पूसा, नई दिल्ली में दो दिवसीय एग्री स्टार्टअप कॉन्क्लेव और किसान सम्मेलन का आयोजन किया.

मेला परिसर में 300 से ज्यादा कृषि स्टार्ट-अप की प्रदर्शनियां लगाई गई थीं. लेकिन किसानों और व्यवसायियों की अधिक रुचि इन खास प्रदर्शनियों में रही.

 

पशु स्वास्थ्य उत्पाद

हमने पशुपालकों की चिंताओं पर विचार किया और इसके आवश्यक समाधान के लिए इस गुणकारी हर्बल लेप पाउडर का निर्माण किया. इसके एक बार प्रयोग करने से अच्छे परिणाम 2-3 दिनों में दिखने लगते हैं.
AoNIR : यह पोर्टेबल यंत्र फलों और सब्जियों में उपस्थित मिनरल्स और प्रोटीन की मात्रा को बताएगा. प्रदर्शनी में बैठे पेशे से इंजीनियर और एंटरप्रन्योर एल्फोज दास़ एंटनी ने बताया कि स्वस्थ रहने के लिए हमारे शरीर उचित मात्रा में प्रोटीन और मिनरल्स की आवश्यकता होती है.

इस मशीन की सहायता से फलों या सब्जियों को खाने से पहले उसमें प्रोटीन और विटामिन्स की मात्रा की जांच की जा सकती है.

जैक कॉफी (Jack Coffee)

 राष्ट्रीय कृषि मेला में वैसे तो कई हर्बल और नेचुरल फूड प्रोडक्ट के स्टॉल सजे हुए थे, लेकिन इनमें सबसे खास कटहल से बनी कॉफी (Jack Coffee)  रही. वायनाड से आईं जैमी ने बताया कि हम जैक कॉफी के साथ कटहल के बीजों से बना आटा, कटहल का जैम कटहल से बने अन्य उत्पादों पर भी कार्य कर रहे हैं.

 

मल्टी क्रॉप वीडर और भिंडी कटर

 मेला में अपने कृषि यंत्रों की दुकान पर बैठे डॉ. डीपी सिंह के अनुसार उनसे भिंडी काटने वाले किसानों की तकलीफें देखीं नहीं जातीं. पौधों से भिंडी चुनने के दौरान किसानों के हाथ घायल हो जाते हैं,

हर्बल मल्टीक्रॉप वीडर के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि किसान इसका इस्तेमाल चुकंदर, शलजम, प्याज के बीज बोने में कर सकते हैं यह खेत में एक बार में 5 बुवाई करता है.

इसके ब्लेड मिट्टी में इन फसलों के बीजों के अंकुरण के लिए आवश्य गहराई तक आसानी से जाते हैं.

 

इलेक्ट्रिक बैल राष्ट्रीय किसान मेला में आकर्षण का केंद्र रहा, अपने प्रोडक्ट के साथा एंटरप्रन्योर महाराष्ट्र की सोनाली

कल्टीरोवेटोर (Cultirovator)

यह कृषि यंत्र सामान्य कल्टीवेटर का अपग्रेडेड मॉडल है. मेला में प्रदर्शनी सजाए बैठे हरियाणा के एंटरप्रन्योर आलोक बंसल की मानें तो इस कृषि यंत्र की सहायता से एक बार में ही खेत की निराई, गुड़ाई और खरपतवार निकाली जा सकती है.

इससे किसानों का 50 प्रतिशत समय और डीजल बचता है. इस यंत्र को 65-45 हॉर्स पॉवर वाले ट्रैक्टर के साथ आसानी से जोड़कर कृषि कार्य किए जा सकते हैं.

जहां सामान्य कल्टीवेटर से खेत की जुताई के बाद 10-15 दिनों के बाद खेत बीज की बुवाई के लिए तैयार होता है, वहीं कल्टीरोवेटर की सहायता से खेत की एक बार जुताई के बाद यह अवधि 5-8 दिन रह जाती है.

 

फल और सब्जियों की ग्रेडिंग मशीन

 इमेज बेस्ड सेंसर टेक्नॉलोजी पर आधारित यह मशीन किसानों को सब्जियों और फलों की ग्रेडिंग करने में सहायता करेगी. प्रदर्शनी में मशीन के कार्य कौशल के बारे में पूछने पर पंजाब के एंटरप्रन्योर युगराज दुग्गल ने बताया कि बड़ी-बड़ी कंपनियां किसानों से उनकी फसल बहुत कम दामों में खरीदती हैं.

ये कंपनियां विदेशी ग्रेडिंग मशीनों से फलों को चुनकर किसानों से 5-10 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीदे गए फल और सब्जियां उपभोक्ताओं को मूल भाव से दस गुना ज्यादा महंगी बेचती हैं. किसानों के पास यह मशीन होगी तो इससे किसान और उपभोक्ता, दोनों को आर्थिक लाभ होगा.

 

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