हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

Nimbu ki Kheti: लाखों का मुनाफा देती है नींबू की खेती

 

उगाना है बहुत ही आसान

 

यदि आप कम श्रम में अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आप नींबू की खेती कर सकते हैं.

नींबू की डिमांड मार्किट में कभी कम नहीं होती बल्कि इसका सेवन बढ़ता ही जा रहा है.

तो आइये जानते है नींबू की खेती और इसकी किस्मों के बारे में जो बंपर पैदावार देती हैं.

 

लेमन यानी नींबू एक महत्वपूर्ण फल फसल है.

भारत में 8608 हजार मीट्रिक टन वार्षिक उत्पादन के साथ लगभग 923 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में नींबू की खेती की जाती है.

यदि आप भी इसकी खेती कर मुनाफा कमाना चाहते हैं तो इस लेख को आखिरी तक जरूर पढ़ें.

 

नींबू की खेती के लिए मिट्टी

Nimbu को सभी प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है. अच्छी जल निकासी वाली हल्की मिट्टी इसकी खेती के लिए उपयुक्त होती है.

मिट्टी की पीएच रेंज 5.5-7.5 होनी चाहिए. वे थोड़ी क्षारीय और अम्लीय मिट्टी में भी बढ़ सकते हैं.

नींबू की खेती के लिए हल्की दोमट अच्छी जल निकास वाली मिट्टी सबसे अच्छी होती है.

 

नींबू की लोकप्रिय किस्में

  • पंजाब बारामसी
  • यूरेका
  • पंजाब गलगल
  • पीएयू बारामसी
  • पीएयू बारामसी-1
  • रसराज
  • लिस्बन नींबू
  • लखनऊ बीजरहित
  • पंत नींबू

नींबू की खेती के लिए भूमि की तैयारी

नींबू की खेती करते समय भूमि की जुताई, क्रॉस जुताई और उसे ठीक से समतल करना चाहिए.

पहाड़ी क्षेत्रों में ढलानों की जगह छतों पर इसका रोपण किया जाता है.

 

नींबू की खेती के लिए बुवाई का समय

Nimbu रोपण के लिए सबसे अच्छा मौसम जुलाई-अगस्त है.

 

नींबू की खेती के साथ इंटरक्रॉपिंग

यदि आप नींबू के साथ इंटरक्रॉपिंग की सोच रहे हैं तो उसके लिए बेहतर फसलें लोबिया और फ्रेंच बीन्स हैं जो शुरुआती दो से तीन वर्षों में की जा सकती है.

 

नींबू की खेती की बुवाईगहराई व अंतर

नींबू के पौधों के बीच की दूरी 4.5×4.5 के बीच रखनी चाहिए. रोपण के लिए 60×60×60 सेमी आकार के गड्ढे खोदे जाने चाहिए.

फिर रोपण करते समय गड्ढों में 10 किग्रा फार्मयार्ड खाद और 500 ग्राम सिंगल सुपरफॉस्फेट डालना चाहिए.

 

नींबू की खेती के लिए उर्वरक की आवश्यकता

जब Lemon फसल की उम्र 1-3 वर्ष हो जाए तो गाय का गोबर 5-20 किलो प्रति पेड़ और यूरिया 100-300 ग्राम प्रति पेड़ डालें.

4-6 साल की फसल के लिए, अच्छी तरह सड़ी हुई गाय का गोबर 25-50 किलो और यूरिया 100-300 ग्राम प्रति पेड़ पर डालें.

7-9 साल की फसल के लिए यूरिया 600-800 ग्राम प्रति पेड़ और अच्छी तरह सड़ी गाय का गोबर 60-90 किलो प्रति पेड़ लगाएं.

जब फसल 10 वर्ष या उससे अधिक की हो तो प्रति पेड़ गाय का गोबर 100 किग्रा या यूरिया 800-1600 ग्राम डालें.

गोबर की पूरी मात्रा दिसंबर माह में और यूरिया को दो भागों में डालें.

यूरिया की पहली खुराक फरवरी में और दूसरी खुराक अप्रैल-मई महीने में डालें.

यूरिया की पहली खुराक देते समय एसएसपी उर्वरक की पूरी खुराक डालें.

source : hindi.krishijagran

यह भी पढ़े : खरीफ फसल का ऋण चुकाने की अंतिम तिथि बढ़ाई गई

 

यह भी पढ़े : आधार से लिंक खातों में ही होगा पीएम किसान सम्मान निधि की राशि का भुगतान

 

शेयर करे