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समर्थन मूल्य पर उपार्जन में गड़बड़ी रोकने के लिए नोडल अधिकारी होंगे तैनात

 

अधिकारी होंगे तैनात

 

तिया की तर्ज पर सभी जिलों को व्यवस्था करने के निर्देश। एक-एक किसान का होगा सत्यापन, उपज की गुणवत्ता देखने के बाद खरीद।

 

जांच करना होगा

मध्य प्रदेश में 25 मार्च से गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद प्रारंभ होगी।

इसमें पात्र किसानों से गुणवत्तायुक्त उपज की खरीद सुनिश्चित करने के लिए पूरे प्रदेश में दतिया की तर्ज पर व्यवस्था होगी।

इसके तहत प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर दो-दो नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।

इनका काम किसान से ऋण पुस्तिका या खाते की नकल की छायाप्रति प्राप्त करना, आधार कार्ड और पंजीयन संबंधी दस्तावेज लेकर जांच करना होगा।

 

वहीं, मंडी में प्रतिदिन अनाज बेचने वाले किसानों की जानकारी प्राप्त करके उपार्जन केंद्र पर विक्रय करने वाले किसानों की विक्रय पात्रता का परीक्षण भी किया जाएगा।

उपज की गुणवत्ता की जांच भी नोडल अधिकारी करेंगे। खरीदी संबंधी किसानों की शिकायतों को भी सुनकर उनका निपटारा किया जाएगा।

 

दो-दो नोडल अधिकारी तैनात किए जाएंगे

खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई ने बताया कि इस व्यवस्था में प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर दो-दो नोडल अधिकारी तैनात किए जाएंगे।

फर्जी विक्रय को रोकने के लिए केंद्र प्रभारी और विक्रेता के बीच ये अधिकारी जांचकर्ता के तौर पर रहेंगे।

दरअसल, कई बार शिकायत आती है कि किसान मंडी में अपनी उपज बेच देते हैं और उनकी पात्रता का उपयोग उपार्जन केंद्र पर दूसरे व्यक्तियों द्वारा किया जाता है। इसे रोकने के लिए मंडियों में सत्यापन दल रहेगा।

 

पंजीयन संबंधी दस्तावेज लेंगे

यह किसान से ऋण पुस्तिका या खाते की नकल, आधार कार्ड और शासकीय खरीद केंद्र पर विक्रय के पंजीयन संबंधी दस्तावेज लेंगे।

इसके आधार पर मंडी में प्रतिदिन उपज बेचने वाले किसानों की जानकारी कंप्यूटर में दर्ज की जाएगी।

यदि किसान ने पात्रता अनुसार उपज मंडी में बेच दी है तो उसकी पात्रता उपार्जन केंद्र में उतनी कम की जा सकेगी क्योंकि पंजीयन के समय क्षेत्र, संभावित उत्पादन सहित अन्य जानकारियां ली गई हैं।

 

तौल पर्ची किसान को दी जाएगी

खरीद केंद्र पर किसान के आने पर नोडल अधिकारी विक्रय पात्रता की जांच करेंगे। इसके बाद गुणवत्ता देखी जाएगी।

यदि यह उचित होगी तो विक्रय प्राधिकार जारी किया जाएगा, जो खरीदी केंद्र प्रभारी सुरक्षित रखेंगे।

पोर्टल पर इसके बिना कोई भी जानकारी दर्ज नहीं की जाएगी। प्रतिदिन तौल पर्ची किसान को दी जाएगी।

source : naidunia

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