देश में कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे किसानों को सरकार द्वारा सम्मानित किया जाता है, ताकि अन्य किसान भी उनसे प्रेरणा लेकर काम कर सकें।
इस कड़ी में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने डिंडोरी की कृषक श्रीमती लहरी बाई को मंगलवार 12 सितम्बर के दिन श्रीअन्न (मोटा अनाज) प्रजातियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए वर्ष 2021-22 का ‘पादप जीनोम संरक्षक किसान सम्मान‘ प्रदान किया।
मोटे अनाज फसलों का कर रही हैं संरक्षण
महिला कृषक श्रीमती लहरी बाई को पुरस्कार में नकद राशि के साथ ही प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदाय किया गया।
बता दें कि 12 सितम्बर से किसानों के अधिकारों पर चार दिवसीय वैश्विक संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।
इस अवसर पर विभिन्न श्रेणियों में 26 पादप जीनोम संरक्षक पुरस्कार किसानों व संगठनों को प्रदान किए गए।
कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली के सी. सुब्रामण्यम ऑडिटोरियम में किया जा रहा है।
महिला कृषक को कितना पुरस्कार दिया गया ?
किसानों के अधिकारों पर चार दिवसीय वैश्विक संगोष्ठी के आयोजन के पहले दिन मध्यप्रदेश की महिला कृषक श्रीमती लहरी बाई को सम्मानित किया गया है।
उन्हें सम्मान स्वरूप 1,50,000 रुपये की नकद राशि, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
डिंडोरी जिले की बजाग तहसील निवासी श्रीमती लहरी बाई ने बैगा समुदाय की सहायता से कोदो, कुटकी, सांवा, काग, सिकिया, मडुआ जैसे दुर्लभ श्रीअन्न प्रजातियों का सीड बैंक विकसित किया है।
दिल्ली में 12 से 15 सितंबर, 2023 तक चलने वाली वैश्विक संगोष्ठी में श्रीमती लहरी बाई ने अपने सीड बैंक की प्रदर्शनी भी लगाई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी की है काम की सराहना
मध्यप्रदेश के किसान–कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने श्रीमती लहरी बाई की अभूतपूर्व उपलब्धि पर बधाई दी है।
उन्होंने कहा कि मिलेट्स संरक्षण के लिए श्रीमती लहरीबाई द्वारा अदभुत कार्य किया गया है।
उनके कार्य की सराहना प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भी प्रसिद्ध रेडियो प्रोग्राम “मन की बात” में कर चुके हैं।
श्रीमती लहरी बाई ने सम्पूर्ण मध्यप्रदेश को गौरवान्वित किया है।