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दर्ज रकबे, फसल एवं किस्म के आधार पर होगा पंजीयन

 

पंजीयन

 

किसानों  का पंजीयन गिरदावरी किसान एप में दर्ज रकबे, फसल एवं फसल की किस्म के आधार पर किया जाएगा।

गिरदावरी किसान एप में दर्ज जानकारी से संतुष्ट न होने पर पंजीयन के पूर्व किसान को भूमि, बोई फसल एवं फसल की किस्म आदि में संशोधन के लिए गिरदावरी एप में दावा आपत्ति करना होगी।

आपत्ति का निराकरण होने पर पंजीयन किया जा सकेगा।

 

कृषक, अनुमोदित उपार्जन केन्द्रों की सूची एमपी ऑन लाइन /सीएससी /लोक सेवा केन्द्र एवं साइबर कैफे पर www.mpeuparjan.nic.in पर देख सकते हैं।

किसी भी प्रकार की शिकायत, समस्या होने पर किसान द्वारा सीएम हेल्पलाइन 181 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

 

यहां करवाएं पंजीयन

  • एमपी आनलाइन कियोस्क सेंटर
  • कामन सर्विस सेंटर
  • लोक सेवा केंद्र और
  • साइबर कैफे पर जाकर भी पंजीयन करा सकते हैं।
  • किसानों को पंजीयन शुल्क पचास रुपये देना होगा।

 

पंजीयन के लिए यह दस्तावेज आवश्यक

  • जमीन की पावती,
  • आधार कार्ड,
  • बैंक अकाउंट की पासबुक
  • बैंक अकाउंट से आधार कार्ड लिंक होना चाहिए
  • समर्थन मूल्य खरीदी को लेकर नए नियमों के अनुसार अब किसान का खाता आधार कार्ड से लिंक होना अनिवार्य है। यह अति महत्वपूर्ण है। अगर खाते से आधार कार्ड लिंक नहीं है, तो भुगतान अटक सकता है। जिन किसानों के खाते और आधार लिंक ना हों, वह यह काम करा लें।
  • किसान का पंजीयन उसी स्थिति में होगा, जब भू-अभिलेख में दर्ज खाते, खसरा, आधार कार्ड का मिलान हो, तभी किसान पंजीयन हो सकेगा। विसंगति होने पर सुधार कार्य तहसील कार्यालय से होगा। पंजीयन के समय किसान को बैंक खाता नंबर और आइएफएससी कोड नहीं देना होगा। यह जानकारी सरकार आधार नंबर से लेगी।
  • किसान का पंजीयन तभी होगा जब भू-अभिलेख में दर्ज खाते एवं खसरे में दर्ज नाम का मिलान आधार कार्ड में दर्ज नाम से होगा।
  • यदि इसमें अंतर पाया जाता है तो फिर तहसील कार्यालय से सत्यापन कराया जाएगा।
  • सत्यापन में यदि किसान की जानकारी सही पाई ताकि है तो फिर पंजीयन को मान्य किया जाएगा।
  • किराए पर भूमि लेकर खेती करने वाले, बटाईदार और वन पट्टाधारी किसानों को पंजीयन कराने के लिए पंजीयन केंद्र ही जाना होगा। इन्हें यह भी बताना होगा कि वे कितनी उपज बेचेंगे और उसे भंडारित करके कहां रखा है।
  • किसानों को इस बार उपज बेचने के लिए एमएसएम नहीं भेजे जाएंगे। इसके स्थान पर उन्हें उपार्जन केंद्र, उपज बेचने के लिए लाने की तारीख और स्लाट का चयन करना होगा।

 

स्वयं मोबाइल से ऐसे करें पंजीयन

किसान खुद अपने एंड्रॉयड फोन से पंजीयन कर सकते हैं।

इसके अलावा ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, तहसील, सरकारी समिति, SHG/FPO द्वारा संचालित सुविधा केंद्र पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।

इसके अलावा कियोस्क, लोक सेवा केंद्र, साइबर कैफे पर भी रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है।

जानिए प्रक्रिया :-

  • किसान खुद भी पंजीयन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने मोबाइल में गूगल पर www.mpeuparjan.nic.in पर जाना होगा।
  • वहां नीचे उन्हें दो विकल्प मिलेंगे- खरीफ और रबी। रबी के विकल्प में “रबी-2022-23” लिखा दिखेगा।
  • उस पर क्लिक करने पर एक नई लिंक खुलेगी। उसमे दो ऑप्शन दिखेंगे।
  • पहले ऑप्शन पर लिखा होगा- किसान पंजीयन/आवेदन सर्च।
  • उस पर क्लिक करते ही नई लिंक खुलेगी, जिसमें खसरा नंबर, नाम, आधार नंबर, बैंक खाता संख्या आदि विकल्प दिखेंगे।
  • इन सभी को भरकर किसान को सबमिट (submit) बटन दबाना होगा।
  • इसके बाद रजिस्टर्ड नंबर पर एक OTP आएगा। OTP डालकर सबमिट करते ही किसान का रजिस्ट्रेशन हो जाएगा।

 

गेहूं का समर्थन मूल्य यह है

किसानों को आधार नंबर के साथ मोबाइल नंबर और बैंक खाते को अपडेट करें ताकि भुगतान में कोई समस्या न आए। 

समर्थन मूल्य (एक हजार 975 रुपये प्रति क्विंटल) पर उपार्जन 25 मार्च से साढ़े तीन हजार से ज्यादा केंद्रों पर प्रारंभ होगा।

 

यह भी पढ़े : e uparjan mp किसान ऑनलाइन पंजीयन समर्थन मूल्य खरीदी | 2022-23

 

यह भी पढ़े : किसान सम्मान निधि के लिए होगा सोशल ऑडिट

 

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