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उज्जैन में सबसे महंगी 15501 रुपए प्रति क्विंटल बिकी सोयाबीन

 

चना 10 हजार तो गेहूं 3500 रुपए क्विंटल

 

दिवाली के पांच दिन के अवकाश के बाद उज्जैन में मंगलवार को चिमनगंज मंडी में खुली।

सबसे पहले व्यापारियों और किसानों के बीच मुहुर्त के सौदे हुए।

मुहुर्त के सौदों में उज्जैन की सोयाबीन प्रदेश में सबसे महंगी बिकी। इसके बोली विधायक पारस जैन ने लगाई इस दौरान सांसद अनिल फिरोजिया भी मौजूद थे।

इतने ऊंचे दाम पर गिरिराज ट्रेडिंग कंपनी के पवन विश्वकर्मा ने सोयाबीन खरीदी।

यह सोयाबीन उज्जैन के नजदीक ग्राम गोन्सा के किसान तेजकरण की थी। तेजकरण अपनी सोयाबीन बैलगाड़ी में रखकर लाए थे।

इतने अधिक दाम मिलने से तेजकरण काफी खुश नजर आए।

 

कृषक तेजकरण का पगड़ी पहनाकर व्यापारियों पवन विश्वकर्मा व अतुल खंडेलवाल ने सम्मान किया।

विधायक पारस जैन ने एक व्यापारी की तरह बोली लगाई। जो व्यापारी ध्यान नहीं दे रहे थे उन्हें सोयाबीन मारकर ध्यान खींचते रहे।

जो व्यापारी कमजोर पड़े उन्हें ऊंची बोली लगाने के लिए प्रोत्साहित भी किया।

 

व्यापारी पवन विश्वकर्मा और मंडी सचिव उमेश शर्मा ने कहा कि सोयाबीन के इतने अधिक दाम पूरे प्रदेश में केवल उज्जैन में ही मिले हैं।

सभी के दाम अधिक मिलने से किसान काफी खुश हैं।

 

इन किसानों ने मुहर्तु में व्यापारियों को अपनी फसल बेची।

मंगलवार से अनाज व सब्जी मंडी फिर से चालू हो गई। मुहुर्त के सौदों में सभी जीन्स, सब्जियों आदि के दाम बढ़कर ही मिले।

इसके अलावा हजारी लाल मालवीय ने 10051 रुपए में चने और गोविंदम इंटरनेशनल के गोविंद शर्मा ने 3051 में गेहूं की बोली लगाकर मुहुर्त के सौदे किए।

 

लगातार गिर रहे प्याज के दाम को देखते हुए मंगलवार को ग्राम खेमासा के किसान देवकरण चौधरी के प्याज 6100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बिके।

जबकि लहसुन 4 हजार और आलू 1300 रुपए प्रति क्विंटल बिका। प्याज के दाम में आने वाले दिनों में तेजी आने की संभावना जताई जा रही है।

 

उज्जैन की चिमनगंज मंडी में बड़ी संख्या में किसान सोयाबीन लेकर पहुंचे।

सबसे अधिक दाम मिलने पर व्यापारी अजय खंडेलवाल और पवन विश्वकर्मा ने कृषक तेजकरण का पगड़ी पहना कर स्वागत किया।

साथ ही तुलाई करने वाले हम्माल को भी सम्मानित कर मिठाई बांटी।

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