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लहसुन की यह खास किस्म किसानों को बना रही मालामाल

 

लहसुन की यह खास किस्म किसानों को बना रही मालामाल

 

खास बात यह है कि लहसून की यह किस्म 1 साल तक खराब नहीं होती.

जबकि बाकी लहसुन की किस्में 5 से 7 महीने तक ही टिकती हैं.

अगर कल्टीवेशन अच्छा हो तो इसकी एक गांठ 100 से 125 ग्राम तक हो जाती है.

 

मध्य प्रदेश में लहसुन की एक खास प्रजाति किसानों को मालामाल कर रही है. इस प्रजाति का नाम है रिया वन.

रिया वन सिर्फ एक प्रजाति नहीं है बल्कि रतलाम का एक गांव है, जहां पर यह प्रजाति इजाद हुई है और इसी इलाके में इस किस्म की बंपर पैदावार होती है.

रिया वन गांव के रहने वाले किसान विनोद धाकड़ ने बताया की रिया वन की गुणवत्ता बाकी लहसुन की फसलों के मुकाबले काफी बेहतर है.

वह खुद 1998 से इस प्रजाति की खेती करते आ रहे हैं. इसकी एक गांठ 100 ग्राम तक हो सकती है. एक गांठ में 6 से 13 कली तक होती हैं.

 

इस किस्म की कटिंग में घट जाता है लेबर खर्च

इसका कवर कागज की तरह मोटा होता है और बाकी लहसुन की प्रजातियों के मुकाबले ज्यादा सफेद होता है.

रिया वन की जड़ काटने में सुविधाजनक होती है क्योंकि इसकी जड़ बाहर की तरफ रहती है.

 

इसकी कटिंग बहुत सफाई से की जा सकती है.

बाकी लहसुन की वेरायटी के मुकाबले इसकी सफाई करना और कटिंग करना आसान है इसलिए लेबर का खर्च कम आता है.

 

बाजार में सामान्य लहसुन का दाम ₹8000 प्रति क्विंटल तक मिल जाता है, जबकि पीक सीजन में रिया वन लहसुन का दाम 10000 से 21000 रुपए प्रति क्विंटल तक मिल जाता है.

रिया वन लहसुन मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों के अलावा चेन्नई, मदुरै और दक्षिण भारत के कई राज्यों में भेजा जाता है.

 

 

एक गांठ 100 से 125 ग्राम तक

रतलाम के डीडीएच पीएस कनेल ने कहा कि उनके क्षेत्र में 30 हजार हेक्टेयर कुल कृषि का रकबा है, जिसमें 18000 हेक्टेयर रकबे में लहसुन की फसल लगाई जा रही है.

कनेल ने कहा कि रियावन लहसुन में बाकी लहसुन के मुकाबले मेडिसिनल कॉन्टेंट जैसे कि ऑयल और सल्फर ज्यादा मात्रा में होता है.

 

खास बात यह है कि लहसून की यह किस्म 1 साल तक खराब नहीं होती. जबकि बाकी लहसुन की किस्में 5 से 7 महीने तक ही टिकती हैं.

अगर कल्टीवेशन अच्छा हो तो इसकी एक गांठ 100 से 125 ग्राम तक हो जाती है.

1 एकड़ फसल बोने में करीब ₹35 से 40000 खर्च होते हैं जबकि इसका उत्पादन प्रति एकड़ 40 से 50 क्विंटल तक हो जाता है.

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