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मप्र में फिर बदलेंगे मौसम के मिजाज

 

बारिश के आसार, इन राज्यों में अलर्ट

 

मौसम विभाग की मानें तो आज सोमवार 29 और मंगलवार 30 नवंबर 2021 को बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में फिर कम दबाव के क्षेत्र बनने वाला है।

 

मध्य प्रदेश में दिसंबर में मौसम के मिजाज बदलने वाले है।एक साथ कई सिस्टम बनने के चलते बारिश और ओलावृष्टि के आसार बन रहे है।

इसका असर भोपाल-इंदौर के साथ ग्वालियर-चंबल संभाग में भी देखने को मिलेगा और फिर कड़ाके की ठंड पड़ेगी।

वही तापमान में भी उतार-चढ़ाव के आसार है।

एमपी मौसम विभाग ने आज सोमवार 29 नवंबर 2021 को कहीं भी बारिश की संभावना नही जताई है यानि आज मौसम शुष्क रहने वाला है।

वही हवाओं की रफ्तार भी 12 किमी/घंटा रहेगी।

 

मौसम बदलेगा और बारिश के आसार बनेंगे

मौसम विभाग की मानें तो आज सोमवार 29 और मंगलवार 30 नवंबर 2021 को बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में फिर कम दबाव के क्षेत्र बनने वाला है।

आज बंगाल की खाड़ी में अंडमान के पास एक कम दबाव का क्षेत्र और फिर मंगलवार को अरब सागर में भी एक चक्रवात बनने जा रहा है।

इसके प्रभाव से वातावरण में नमी बढ़ेगी और बादल छाने के साथ कहीं-कहीं हल्की बौछारें भी पड़ सकती हैं।

वही जम्मू कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ गुजरने से राजस्थान में चक्रवातीय घेरा विकसित होगा, जिससे चक्रवातीय घेरे के कारण ग्वालियर चंबल संभाग का मौसम बदलेगा और बारिश के आसार बनेंगे।

 

बारिश का दौर शुरु हो जाएगा

जम्मू कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान में चक्रवातीय घेरा विकसित होने से ग्वालियर चंबल संभाग में 2 दिसंबर से लगातार 5 दिनों तक बारिश के आसार बनेंगे।

अरब सागर में बना चक्रवातीय घेरा 48 घंटे में कम दबाव में बदलकर उत्तर की ओर बढ़ते ही गुजरात तट से टकराट कर पश्चिमी मध्य प्रदेश में सक्रिय होगा और नमी के बढ़ते ही बारिश का दौर शुरु हो जाएगा।

खास बात ये है कि पिछले 50 साल में पहली बार दक्षिण भारत में सक्रिय मानसून के चलते प्रदेश के मौसम में भी बदलाव देखने को मिल रहा है।

 

कृषि कार्य करने की सलाह दी गई है

भारत सरकार के भारतीय मौसम विभाग पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय से संबध्द आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र छिन्दवाड़ा द्वारा आगामी 3 दिनों के मौसम को देखते हुये जिले के किसानों को मौसम के अनुसार कृषि कार्य करने की सलाह दी गई है।

अगले 72 घंटों के दौरान 29 नवंबर से एक दिसंबर तक साफ से घने बादल रहने और बारिश नहीं होने की संभावना है।

अधिकतम तापमान 28-30 डिग्री.सेन्टीग्रेट और न्यूनतम तापमान 11-13 डिग्री.सेन्टीग्रेट के मध्य रहने तथा अधिकतम सापेक्षित आर्द्रता 70-79 प्रतिशत और न्यूनतम सापेक्षित आर्द्रता 34-46 प्रतिशत रहने की संभावना है।

आने वाले दिनों में हवा पूर्व एवं उत्तर-पूर्व दिशाओं में बहने और 8-10 कि.मी.प्रति घंटे की गति से हवा चलने की संभावना है।

 

इन राज्यों में भारी बारिश

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण 30 नवंबर की रात से पहाड़ों में बर्फबारी और उत्तर-पश्चिम राज्यों व मध्य भारत में बारिश की संभावना है।

30 नवंबर से 2 दिसंबर तक गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, दक्षिण राजस्थान के आसपास के इलाकों में बारिश या गरज के साथ बौछार के आसार हैं।

30 नवंबर से 2 दिसंबर तक गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और दक्षिण राजस्थान के आसपास के इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है।

 

3 दिसंबर तक अलर्ट जारी

इसके अलावा 1 और 2 दिसंबर को उत्तर भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों जैसे जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, मुजफ्फराबाद में गरज-बिजली गिरने की संभावना हैं।

पहाड़ी राज्य उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी के आसार है।

30 नवंबर को आंध्र प्रदेश के प्रकाशम, नेल्लोर, चित्तूर, कडपा जिलों में भारी बारिश के चलते मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है।

वही 3 दिसंबर तक तटीय इलाकों में बारिश के आसार है।

1 और 2 दिसंबर को गुजरात में अति भारी बारिश के साथ 1 दिसंबर को उत्तरी कंकण, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी भारी बारिश की संभावना है।

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