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नए साल पर कौन-सी फसल लगाएं, होली तक हो जाए मुनाफा

फसल लगाएं

 

नए साल का आगाज हो गया है. नए साल की शुरुआत कुछ इस तरह करें कि आने वाले कुछ महीने में अच्छी आमदनी हो जाए.

किसान जनवरी में वो फसलें लगाएं, जो होली तक आपको मालामाल कर जाएं.

 

नए साल का आगाज हो गया है. कृषि के क्षेत्र में इस साल बहुत कुछ नया होने वाला है, किसानों की उम्मीदें नए साल के साथ एक बार फिर जाग उठी हैं.

फसलों से बेहतर उत्पादन के लिए किसान लगातार प्रयासरत है. अभी कई किसानों के खेत में गेहूं, सरसों, तोरिया और सब्जी फसलें लगी होंगी.

यदि खेत खाली हैं तो मौसम के हिसाब से कुछ खास सब्जियां उगाकर 2 से 3 महीने में बढ़िया पैदावार ले सकते हैं.

क्या आप जानते हैं कि जनवरी के मौसम में कौन-सी सब्जियां उगानी चाहिए, जो कम समय में तैयार हो जाएं और बाजार में अच्छे दामों पर बिके.

आज के इस आर्टिकल में आपको जनवरी में उगाई जाने वाली सब्जियों के बारे में ही जानकारी देंगे.

 

टमाटर की खेती

टमाटर एक सदाबहार सब्जी है, जिसकी खेती हर सीजन में कर सकते हैं.

सर्दियों में भी टमाटर की फसल लगाई जा सकती है, लेकिन फसल को ज्यादा सर्दी-शीत लहर से बचाना होगा.

आप चाहें को खेत के एक हिस्से में टमाटर की पौध लगा सकते हैं.

अच्छी और सुरक्षित उपज के लिए पॉलीहाउस या ग्रीन हाउस के अंदर भी टमाटर की फसल ले सकते हैं.

एक बार बुवाई या पौध की रोपाई के बाद 10 दिन के अंदर एक बार सिंचाई करनी होगी.

टमाटर की उन्नत किस्मों से खेती कर रहे हैं तो होली तक आपको टमाटर की बढ़िया उपज मिल जाएगी.

 

मिर्च की खेती

सर्दी हो या गर्मी, हर सीजन में मिर्च की खूब खपत होती है या ये कहें कि सर्दियों में मिर्च का इस्तेमाल बढ़ जाता है, इसलिए जनवरी में मिर्च की खेती कर सकते हैं.

यदि नवंबर में मिर्च की नर्सरी तैयार की थी तो इन पौधों को खेत की मेड़ों पर भी लगा सकते हैं.

हर पौधे के बीच में 18 से 24 इंच का फासला रखें.

सर्दियों में मिर्च की फसल को ज्यादा सिंचाई की जरूरत भी नहीं होती, इसलिए 10 से 15 दिन में हल्की सिंचाई लगा दें, जिससे 60 से 90 दिन के अंदर बढ़िया उपज मिल जाएगी. 

 

प्याज की खेती

सर्द जलवायु में प्याज की अच्छी उपज ले सकते हैं. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि 17 जनवरी तक प्याज के पौधों की रोपाई कर सकते हैं.

बाजार में लाल प्याज के साथ हरे प्याज की भी खूब डिमांड रहती है.

प्याज की खेती से बढ़िया उत्पादन के लिए खेतों में पहले उर्वरक डालकर क्यारियां तैयार करें.

इसके बाद 10 से 20 सेमी की दूरी पर प्याज के पौधों की रोपाई कर दें.

प्याज की बुवाई या रोपाई के लिए शाम का समय उपयुक्त मानते हैं. साथ में हल्की सिंचाई करने पर फसल में नमी कायम रहती है.

 

कंद सब्जियों की खेती

सर्द मौसम को कंद सब्जियों का भी मौसम कहते हैं. आलू से लेकर शकरकंद, गाजर, मूली, आलू, अदरक, हल्दी आदि की खेती की जाती है.

ये सभी फसलें 60 से 90 दिन में तैयार हो जाती हैं.

ये जमीन में उगने वाली सब्जियां है, इसलिए मिट्टी में सामान्य नमी का होना आवश्यक है.

जलभराव वाले खेतों में कंद सब्जियां ना उगाएं, इससे उपज में सड़न-गलन पैदा हो जाती है.

इन सब्जियों की अप्रैल तक बाजार में आवक बनी रहती है.

 

हरी पत्तेदार सब्जियां

सर्दियों की मशहूर हरी सब्जियां पालक, मेथी, धनिया, बथुआ और सरसों का साग खूब डिमांड में रहता है.

एक बार खेतों में इन सब्जियों की बुवाई करके पहली कटाई के बाद हर 15 दिन के अंदर 3 से 4 बार हार्वेस्टिंग ले सकते हैं.

हरी पत्तेदार सब्जियों में आयरन की काफी अच्छी मात्रा रहती है.

कई लोग इन सब्जियों को सुखाकर सालभर इस्तेमाल करते हैं, जिन्हें ड्राई वेजिटेबल्स भी कहते हैं.

यदि जनवरी में इन सब्जियों की बुवाई कर रहे हैं तो मार्च तक भरपूर प्रोडक्शन मिल जाएगा.

 

मटर की खेती

मटर की खेती सर्दियों में ही होती है, लेकिन इसकी एक बार ही खेती से किसान साल भर कमा सकते हैं.

जनवरी में मटर की खेती करके इकट्ठा प्रोडक्शन लेकर इसकी प्रोसेसिंग करें और फ्रोजन मटर का रूप दें.

इस तरह आपकी उपज सालभर बिकेगी भी और खराब भी नहीं होगी.

कई डेयरी सेंटर, परचून की दुकान और डिपार्टमेंटल स्टोर पर फ्रोजन मटर की डिमांड रहती है.

चाहें तो ई-नाम के जरिए सीधा ऑनलाइन मंडी में मटर की उपज को बेच सकते हैं.

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