80% चमक व 31 मिमी से ज्यादा लंबा था रेशा
इंदरपुर के दरबार विश्राम का 25 क्विं. कपास व्यापारी मन्नालाल जायसवाल ने खरीदा.
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मांग होने से भावों में उछाल जारी
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेहतर क्वालिटी के कपास की मांग बनी हुई है। सोमवार को तीन दिन बाद कपास मंडी में कारोबार हुआ।
330 वाहन व 50 बैलगाड़ी कपास की आवक हुई। इंदरपुर के दरबार विश्राम का 25 क्विंटल कपास 9001 रुपए क्विंटल बिका।
कारोबारी मन्नालाल जायसवाल ने बोली लगाई।
कपास की 80 प्रतिशत चमक व रेशे की 31 मिमी से ज्यादा लंबाई को देखते हुए ऊंची बोली लगी।
शाम 5 बजे तक नीलामी चली। 90 वाहन बच गए।
खरगोन मंडी में इस सीजन में 32 दिन में 6वीं बार अधिकतम भाव का रिकॉर्ड टूटा है।
मंगलवार को ईद मिलादुन्नबी का अवकाश है। लेकिन बाकी वाहनों की नीलामी होगी।
मांग : चमकदार व लंबे रेशे मिले
मौसम साफ हाेने से कपास में नमी घटी है। चमकदार व लंबे रेशे के कपास को ऊंचे भाव मिल रहे हैं।
कमजोर रेशे, गुठली व रंगहीन माल को औसत भाव पर खरीदा जा रहा है।
सोमवार को मंडी में नीचे में 4000 रुपए व मॉडल भाव 6200 रुपए बोले गए।
कारण : बारिश से फसल खराब
किसान दिनेश व राजेश यादव बताते हैं इससाल बारिश का कपास फसल के डेंडू सड़ गए। पत्ते झड़ गए। नई फ्लावरिंग नहीं हुई।
गर्मी का कपास खराब हो गया है। अभी बारिश से लेट वैरायटी के कपास में नुकसान हो रहा है। जल्द फसल खत्म होने के आसार हैं।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कपास की अच्छी मांग है। इसके अलावा 80 फीसदी आरडी व 31 मिमी रेशे का कपास था इसलिए 9001 रुपए भाव मिले हैं। -मन्नालाल जायसवाल, कारोबारी
अच्छे कपास की मांग है। सोमवार मंडी रिकॉर्ड 9001 रुपए बिकी। खराब मौसम से आवक घटी है। अच्छा माल आता है तो अच्छे भाव मिलेंगे। – रामचंद्र भास्करे, कपास मंडी प्रभारी
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