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पशुपालन – डेयरी से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी : श्री चौहान

 

मुख्यमंत्री ने की पशुपालन एवं डेयरी विभाग की समीक्षा

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लक्ष्यों को समयवद्ध कार्य-योजना के अनुसार प्राप्त किया जाए। पशुपालन और डेयरी विभाग के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जाए। एक वर्ष में एक लाख लोगों को स्व-रोजगार से जोडऩे की कार्ययोजना तैयार कर उसे अमल में लाया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप में डेयरी व्यवसाय, पशुपालन विकास, उत्पादन में वृद्धि और विविधीकरण की गतिविधियों को शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में पशुपालन एवं डेयरी विभाग की समीक्षा कर रहे थे।

 

कृत्रिम गर्भाधान एवं गोसेवक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कृत्रिम गर्भाधान को बढ़ाकर नस्ल सुधार और दूध उत्पादन वृद्धि के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गो-सेवकों को प्रशिक्षित कर और उन्हें आवश्यक उपकरण प्रदान कर अधिक दक्ष बनाया जाए।

बैठक में बताया गया कि कृत्रिम गर्भाधान वर्तमान में 32 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत तक का लक्ष्य है। वर्ष 2020-21 में 1628 निजी कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया है।

 

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फ्रोजेन सीमेन

फ्रोजेन सीमेन के 26 लाख सीमेन डोजेस का उत्पादन किया गया है। इसे बढ़कार 45 लाख फ्रोजेन सीमेन डोजेस का लक्ष्य हासिल किया जायेगा।

 

परियोजनायें

बताया गया कि भोपाल में 12 करोड़ रूपये की प्रोडेक्ट डेयरी परियोजना, इंदौर में 5 करोड़ रूपये लागत की मक्खन भण्डारण के लिये कोल्ड स्टोरेज परियोजना और रीवा में 3 करोड़ 50 लाख रूपये लागत के 20 हजार लीटर क्षमता के दुग्ध संयंत्र स्थापना परियोजना को स्वीकृत किया गया है।

 

पशुपालकों को किसान क्रेडिड कार्ड

पशुपालन तहत तीन लाख पशुपालकों को किसान क्रेडिड कार्ड प्रदान करने के लक्ष्य के विरूद्ध बैंकों को 4 लाख आवेदन प्रस्तुत किये गये है। वर्तमान में 84 हजार किसान क्रेडिड कार्ड स्वीकृत किये जा चुके हैं।

 

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source : krishakjagat

 

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