जिस तहसील में कृषि भूमि हो उसी तहसील के कार्य क्षेत्र वाले खरीद केंद्र पर उपज बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाएं.
राजस्थान के सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना ने दी जानकारी.
राजस्थान सरकार ने खरीफ फसलों की सरकारी खरीद के लिए कार्यक्रम जारी कर दिया है.
यहां मूंग, उड़द, सोयाबीन (Soybean) एवं मूंगफली की अच्छी फसल होती है.
इन फसलों की खरीद के लिए किसानों को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा.
हालांकि यह सबसे बड़ा बाजरा उत्पादक भी है लेकिन इसके लिए अब तक कोई सूचना नहीं दी गई है कि खरीद होगी या नहीं. जबकि राजस्थान में बाजारा एक सियासी मुद्दा भी है.
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर मूंग, उड़द, सोयाबीन एवं मूंगफली की खरीद के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 20 अक्टूबर से शुरू कर दिया गया है.
प्रदेश के 868 केंद्रों पर 1 नवंबर से मूंग, उड़द एवं सोयाबीन की तथा 18 नवंबर से मूंगफली खरीद की जाएगी.
सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना ने इस बात की जानकारी दी.
आंजना ने बताया कि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था ई-मित्र एवं खरीद केंद्रों पर सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक की गई है.
रजिस्ट्रेशन फार्म के साथ पासबुक की प्रति अपलोड करें
सहकारिता मंत्री ने बताया मूंग के लिए 357, उड़द के लिए 168, मूंगफली के 257 एवं सोयबीन के लिए 86 खरीद केंद्र खोले गए हैं.
किसानों को आधार कार्ड नंबर, खसरा गिरदावरी की प्रति एवं बैंक पासबुक की प्रति रजिस्ट्रेशन फार्म के साथ अपलोड करनी होगी.
जिस किसान द्वारा बिना गिरदावरी के अपना रजिस्ट्रेशन करवाया जाएगा उसका रजिस्ट्रेशन समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए मान्य नहीं होगा.
इस बात का ध्यान रखें किसान
आंजना ने बताया कि किसान के आधार कार्ड में अंकित नाम में से जिसके नाम गिरदावरी होगी उसके नाम से एक रजिस्ट्रेशन करवा सकेगा.
किसान इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जिस तहसील में कृषि भूमि हो उसी तहसील के कार्य क्षेत्र वाले खरीद केंद्र पर उपज बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाएं. दूसरी तहसील में रजिस्ट्रेशन मान्य नही होगा.
सही बैंक खाता नंबर दें
मंत्री ने बताया कि किसान रजिस्ट्रेशन कराते समय यह सुनिश्चित कर लें कि पंजीकृत मोबाईल नंबर आधार कार्ड से लिंक हो, जिससे समय पर तुलाई और दिनांक की सूचना मिल सके.
किसान सही बैंक खाता संख्या दे ताकि ऑनलाइन भुगतान के समय किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो.
किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए हेल्प लाइन नम्बर 1800-180-6001 भी बनाया गया है.
राजस्थान में बाजरा उत्पादन
राजस्थान देश का सबसे बड़ा बाजरा उत्पादक है, यहां पर देश का लगभग 44 फीसदी बाजरा पैदा होता है.
केंद्र सरकार ने अपने चौथे अग्रिम अनुमान में 10.86 मिलियन टन बाजरा पैदा होने की बात कही है.
साल 2005-06 में देश में 7.68 मिलियन टन बाजरा पैदा (Bajra Production) हुआ था.
साल 2021-22 के लिए केंद्र सरकार ने बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2250 रुपये तय किया है.
लेकिन अब तक अशोक गहलौत सरकार ने इसकी खरीद के लिए नहीं बताया कि यह कब शुरू होगी.
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी गहलौत सरकार से कई बार केंद्र सरकार को बाजरा खरीद का प्रस्ताव भेजने की अपील कर चुके हैं.
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