कुसुम योजना
कुसुम योजना केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा मिलकर चलाई जाती है, किसान सोलर पंपों का उपयोग खेतों की सिंचाई के लिए मुख्य रूप से करते हैं।
लेकिन कुसुम योजना लेटेस्ट अपडेट यह निकल कर सामने आ रहा है कि इस योजना में किसानों से सोलर पंप पर अनुदान के लिए 27 दिसंबर से आवेदन लेना शुरू किया जाएगा।
सोलर पंप योजना के बारे में, योजना के लाभ, योजना की आवेदन प्रक्रिया, उद्देश्य, लक्ष्य एवं आवश्यक दस्तावेज की जानकारी के लिए इस न्यूज को पूरा पढ़ें।
क्या है पीएम कुसुम योजना?
प्रधानमंत्री कुसुम सोलर पंप योजना किसानों के सिंचाई समस्या को ध्यान में रखते हुए लागू किया गया है।
केंद्र सरकार इस योजना के ऊपर व्यापक पैमाने पर खर्च कर रही है, ताकि किसानों को कम लागत में पर्यावरण हितैषी सिंचाई उपलब्ध हो जाए।
अब राज्य सरकारें भी इस योजना के समर्थन में खुलकर आ रही है, और अलग अलग राज्य अपने किसानों को इस योजना का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित भी कर रही है।
साथ ही यह पंप किसानों के लिए अतिरिक्त आय का अवसर भी प्रदान करेगी।
सोलर पंप के माध्यम से एक किसान अन्य किसानों की भूमि को सिंचित कर उनसे एक तय राशि लेकर अपनी इनकम को और भी अधिक बढ़ा सकते हैं।
इस प्रकार इस योजना से किसानो को बहुआयामी फायदा होने वाला है।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना से देश में 10 करोड़ से भी अधिक किसानों को लाभान्वित करने का लक्ष्य सरकार द्वारा रखा गया है।
कुसुम योजना के लाभ
नवीकरणीय संसाधन से बिजली पैदा होने की वजह से यह अन्य ऊर्जा संयंत्र में होने वाले प्रदूषण को कम करती है।
- पर्यावरण हितैषी तकनीक है।
- मुफ्त में बिजली मिल जाती है।
- किसानों की आय में बढ़ोतरी होती है।
कुसुम योजना के उद्देश्य
- किसानों की आय में वृद्धि करना
- किसानों को आय के अतिरिक्त विकल्प देना ताकि किसान इस योजना के अंतर्गत अन्य किसानों की भूमि की सिंचित कर उसे आय का एक जरिया बना सकें।
- प्रदूषण रहित बिजली से सिंचाई उपलब्ध करवाना।
- देश पर आ रहे ऊर्जा संकट के प्रभाव को कम करना
कौन कौन ले सकता है लाभ?
आ रही लेटेस्ट अपडेट के अनुसार उन्हीं किसानों को इस योजना का लाभ मिल पाएगा जो किसान पहले से सूक्ष्म सिंचाई कर रहे हैं।
कुसुम योजना में आवेदन करने के लिए ये सभी पात्र हैं।
- किसान
- किसानों का समूह
- पंचायत
- किसान सहकारी समिति
- जल उपभोक्ता एसोसिएशन
- किसान उत्पादक संगठन या एफपीओ
पीएम कुसुम योजना की पात्रता शर्तें
- भारत का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- प्रति मेगावाट किसानों के पास दो हेक्टेयर की भूमि होना अनिवार्य है।
- किसी भी प्रकार के वित्तीय योग्यता की जरूरत नहीं पड़ती अगर आप बैंक से बिना लोन लिए इस कार्य को करते हैं।
- 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट क्षमता तक के लिए ही आवेदन किया जा सकता है।
कुसुम योजना आवश्यक दस्तावेजों की सूची
- राशन कार्ड
- आधार कार्ड
- ऑथराइजेशन लेटर
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट आकार का फोटो
- बैंक पासबुक के प्रथम पृष्ठ की छायाप्रति
- रजिस्ट्रेशन कॉपी
- जमीन जमाबंदी का छायाप्रति
प्रधानमंत्री कुसुम सोलर योजना में मिलने वाले अनुदान
प्रधानमंत्री कुसुम सोलर योजना में अनुदान राशि इस प्रकार देय होंगी।
- केंद्र सरकार – योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार किसानों को 60% अनुदान अनुदान दे रही है।
- बैंक ऋण या राज्य सरकार अनुदान – बैंक या राज्य सरकार भी 30-36% अनुदान किसानों को सोलर पंप के लिए देती है।
- किसान द्वारा वहन राशि ही – किसानों को इस योजना के तहत 4 से 10% तक राशि का वहन करना पड़ता है।
पीएम कुसुम योजना ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
पीएम कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन या ऑनलाइन आवेदन करने के लिए इस प्रक्रिया को फॉलो करें।
- पीएम कुसुम योजना ऑफिशियल वेबसाइट www.mnre.gov.in पर जाएं। यह साइट नवीन ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार की आधिकारिक साइट है, किसान इस पर जाकर आसानी से सोलर पंप हेतु आवेदन कर सकते हैं।
- वेबसाइट पर रिफ्रेंस नंबर से लॉगिन कर कुसुम सोलर पंप ऑनलाइन आवेदन करें क्लिक करते हुए आगे बढ़ें।
- पीएम कुसुम योजना ऑनलाइन आवेदन पत्र के खुलने के बाद फार्म में सही सही डिटेल्स को भरें। कुसुम योजना आवेदन फॉर्म डाउनलोड भी कर सकते हैं और उसे भरके तभी डिजिटली भरें जिससे आवेदन करते हुए गलती की संभावना कम से कम हों।
- सबमिट करने के बाद सफलता पूर्वक रजिस्ट्रेशन संपन्न का एक मेसेज आयेगा। सफल पंजीकरण होने के बाद कंपनी आपके खेत में कुछ दिनो मे सोलर पंप को इंस्टॉल कर देगी। इससे पहले वो आपके आवेदन का सही से जांच पड़ताल भी करेगी।
यह भी पढ़े : PM मोदी जारी करेंगे PM Kisan Yojna की अगली किश्त
यह भी पढ़े : ई-केवाईसी कराने वाले किसानों को ही मिलेगी 10वीं किस्त
शेयर करे