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गेहूं, दलहन, तिलहन, सभी फसलों का रकबा 700 लाख हेक्टेयर पार

मोटे अनाज को लेकर भी मिली खुशखबरी

 

देश के अधिकांश हिस्सों में रबी सीजन की बुवाई हो चुकी है.

27 जनवरी तक सामने आए आंकड़ों के अनुसार, फसलों का रकबा 700 लाख हेक्टेयर से अधिक हो गया है.

गेहूं की बुवाई 341 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है.

 

देश में खरीफ सीजन की फसलों का रकबा लगातार बढ़ता जा रहा है. अभी जो ताजा आंकड़ें सामने आए हैं.

उसके अनुसार, देश में गेहूं, दलहन, तिलहन सभी फसलों का रकबा बढ़ गया है.

27 जनवरी तक देश में 700 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में रबी सीजन की फसलों की बुवाई हो चुकी है.

बुवाई के नतीजे देखकर केंद्र और राज्य सरकार खुश हैं.

वहीं देश के किसान भी इस बार बंपर पफसल उत्पादन की उम्मीद पाले हुए हैं. इससे किसानों की इनकम भी बढ़ जाएगी.

 

341 लाख हेक्टेयर में हुई गेहूं की बुवाई

देश मे इस साल गेहूं की रिकॉर्ड बुवाई हुई है. यदि कुल फसली रकबा की बात करें तो पिछले साल के मुकाबले 22.15 लाख हेक्टेयर बढ़ गया है.

यह अब 700 लाख हेक्टेयर से अधिक हो चुका है. फसल वर्ष 2022-23 में रिकॉर्ड 341.85 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो चुकी है.

कई राज्यों में गेहूं बुवाई की स्थिति बेहद कम रही है. वहीं कुछ में बुवाई का आंकड़ा कम दर्ज किया गया है.

 

यहां घटा, यहां बढ़ा गेहूं का रकबा

देश के कई राज्यों में गेहूं की उपज बेहतर हुई है तो कुछ में रकबा कम भी हो गया है.

मध्य प्रदेश में रकबा 4.15 लाख हेक्टेयर कम हुआ है, जबकि पंजाब में 0.18 लाख और हरियाणा में 0.11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई कम हुई हैं.

झारखंड, हिमाचल, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, कर्नाटक में भी गेहूं का रकबा घट गया है.

कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जिनमें गेहूं बुवाई का क्षेत्र बढ़ा भी है. राजस्थान में गेहूं का रकबा पिछले साल के सापेक्ष 2.52 लाख हेक्टेयर बढ़ गया है.

महाराष्ट्र में 1.28 लाख हेक्टेयर, बिहार में 1.28 लाख और छत्तीसगढ़ में 0.52 लाख हेक्टेयर रकबा बढ़ गया है.

इसके अलावा गुजरात, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और असम में भी क्षेत्र बढ़ा है.

 

मोटे अनाज का बुवाई एरिया भी बढ़ा

केंद्र सरकार इस साल मोटे अनाज उत्पादन को बढ़ावा दे रही है.

देश में मोटे अनाज का रकबा पिछले साल के सापेक्ष 2.33 लाख हेक्टेयर बढ़ गया है.

पिछले वर्ष 27 जनवरी तक देश में 49.57 लाख हेक्टेयर में मोटा अनाज बोया गया था.

इस बार यह बढ़कर 51.90 लाख हेक्टेयर हो गया है. हालांकि अभी भी बुवाई चल ही रही है.

राजस्थान, तेलंगाना, बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, हरियाणा, असम, अरुणाचल प्रदेश, पंजाब में रकबे में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है.

 

तिलहनी फसलों में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी

देश में किसानों का रुझान तिलहनी फसलों की ओर अधिक हुआ है.

पिछले साल 27 जनवरी तक देश में 100.50 लाख हेक्टेयर में तिलहनी फसलों की बुवाई की गई थी.

इस साल यह बढ़कर 108.34 लाख हेक्टेयर हो गई है. राजस्थान में सबसे ज्यादा करीब साढ़े 4 लाख हेक्टेयर में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है.

दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है. यहां 2.57 लाख हेक्टेयर एरिया बढ़ गया है. अन्य कई राज्यों में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है.

वहीं, रबी सीजन में होने वाले धान का रकबा पिछले साल के मुकाबले इस साल 9.86 लाख हेक्टेयर अधिक हो गया है.

यह पिछले साल 23.64 लाख हेक्टेयर था, जोकि अब बढ़कर 33.49 लाख हेक्टेयर हो गया है.

तेलंगाना में सर्वाधिक 7.78 लाख हेक्टेयर में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है.

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