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किसानों को अब फसल नुकसान होने पर दिया जायेगा 15000 रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा

 

फसल क्षति पर मुआवजा राशि में वृद्धि

 

हर वर्ष देश में कई राज्यों के अनेक जिलों में किसानों को मौसम की मार किसी न किसी सीजन में झेलनी पड़ती है|

कभी अतिवृष्टि तो कभी आंधी और तूफ़ान, ओलावृष्टि के कारण तो कभी सूखे के कारण किसानों की फसलों को काफी नुकसान होता है|

कृषि में लागत बढ़ने से फसल क्षति होने पर किसानों को होने वाले आर्थिक नुकसान में भी वृधि हुई है|

 

राज्य सरकारों द्वारा किसानों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा दिया जाता है|

हरियाणा सरकार ने राज्य के किसानों के लिए फसल नुकसानी की भरपाई के लिए दिए जाने वाली मुआवजा राशि में वृद्धि कर दी है|

यह मुआवजा राशि पहले के मुकाबले 25 प्रतिशत तक अधिक है|

 

किसानों की फसल पर कितना मुआवजा दिया जायेगा

हरियाणा सरकार ने खरीफ तथा रबी फसलों के लिए अलग–अलग मुआवजा राशि तय की है|

यह मुआवजा राशि इस बात पर निर्भर करेगी की फसल का कितना नुकसान हुआ है|

हरियाणा में किसानों को धान, गेहूं, गन्ना व कपास की 75 प्रतिशत से ज्यादा फसल नुकसानी पर 15,000 रूपये प्रति एकड़ (पहले 12,000 रूपये प्रति एकड़) दिया जाएगा|

इसके साथ ही अन्य फसलों के लिए 12,000 रूपये प्रति एकड़ (पहले 10,000 रुपया प्रति एकड़) मुआवजा राशि दी जाएगी|

 

किसानों को फसल नुकसान होने पर मुआवजा देने के लिए तीन स्लैब बनाये गए हैं|

पहला 25 से 49 प्रतिशत, दूसरा 50 से 75 प्रतिशत तथा तीसरा 75 प्रतिशत या उससे अधिक की नुकसानी पर किसानों को मुआवजा राशि दी जाएगी|

 

पहले कितना मुआवजा दिया जाता था ?

हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि वर्ष 2015 से पहले राज्य के किसानों को फसल नुकसानी पर मुआवजा राशि बहुत कम थी|

वर्ष 2015 से पूर्व धान, गेहूं, गन्ना व कपास की फसल पूरी तरह से खराब होने पर किसानों को 4,000 रूपये प्रति एकड़ तथा सरसों, बाजरा आदि अन्य फसलो के लिए 3,500 रूपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाता था|

वहीँ वर्ष 2015 में तत्कालीन सरकार ने इसको बढ़ाकर क्रमश: 12,000 रूपए तथा 10,000 रूपए प्रति एकड़ कर दिया था|

 

अब नई दरों पर किसानों को दिया जायेगा मुआवजा

हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि पिछले दिनों बेमौसमी बरसात से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई भी मुआवजा राशि की तय की गई नई दरों के आधार पर की जाएगी।

जिसके तहत अब धान, गेहूं, गन्ना व कपास की फसल 75 प्रतिशत से ज्यादा खराब होने पर किसानों को 15,000 रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा मिलेगा|

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