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खीरे की खेती कम लागत में मिलेगा तीन गुना मुनाफा

 

कर्मवीर सिंह ने खीरे की खेती से कुल आमदनी 7 लाख 20 हजार रुपये हुई.

 

जबकि इस उगाने पर उनका खर्च करीब 2.5 लाख रुपये आया. इस लिहाज से उन्हें 4.70 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ.

 

वैसे तो खीरा गर्मी के मौसम में होता है. परंतु वर्षा ऋतु में खीरे की फसल अधिक होती है. मार्च की शुरुआत और अप्रैल का दूसरा सप्ताह खीरे की बुवाई के लिए अच्छा माना जाता है.

हरियाणा के करनाल जिले के गांव मंचुरी में रहने वाले एक किसान आधुनिक तकनीक से शेडनेट हाउस में खीरा और शिमला मिर्च की खेती कर रहे हैं.

उन्होंने बताया कि शेडनेट हाउस में खेती करने के कई फायदे हैं. जिसमें एक तो आप बे-मौसमी सब्जियों की खेती कर सकते हैं.

साथ ही, इससे कीट-रोगों का कम प्रकोप होता है और ऐसी फसल से कम एरिया से अच्छी क्वालिटी की अधिक उपज प्राप्त कर सकते हैं.

 

कितनी होती है कमाई

खीरे की खेती करने वाले किसान रामपाल सिंह बताते हैं कि एक साल में उन्होंने 300 क्विंटल खीरे का उत्पादन किया. उन्हें बाजार में औसतन मूल्य 24 रुपए प्रति किलोग्राम मिला.

 

इस तरह उनकी कुल आमदनी 7 लाख 20 हजार रुपये रही. जबकि इस उगाने पर उनका खर्च करीब 2.5 लाख रुपये आया. इस लिहाज से उन्हें 4.70 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ.

रामपाल सिंह का कहना है कि साल 2015 में 2 एकड़ पर नेट हाउस फार्मिंग की शुरुआत की थी. वहीं, अब 10 एकड़ पर नेट हाउस फार्मिंग कर रहे हैं.

 

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फसल में सप्ताह में दो से तीन बार सिंचाई करते हैं. अब इनकी फसल की तुड़ाई हो रही है. यह सुबह जल्दी मजदूरों द्वारा खीरे की तुड़ाई करते हैं.

तुड़ाई करने के बाद खीरे को पैकिंग हाउस में लाते हैं और वहां खीरे की ग्रेडिंग की जाती हैं. इसके बाद खीरे को बैगों में भरकर बाजार के लिए भेजते हैं.

एक और किसान डिंपल शर्मा जी बताते हैं कि  7-8 साल पहले सिर्फ 1 बीघा खीरे की खेती से शुरुआत की थी और इस समय हमारे पास 3 एकड़ खीरे की फसल लगी है और हमें देखकर कई किसानों ने खीरे की खेती करना शुरू कर दिया है हमारे क्षेत्र में इस समय लगभग 15 -20 एकड़ पर खीरे की खेती हो रही है.

 

खीरे की खेती के बारे में जानिए

कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि खुले वातावरण में इसकी खेती फरवरी-मार्च से लेकर सितंबर तक की जा सकती है. खीरे में फूल आने का समय 13 से 18 दिनों का होता है. इसके लिए 13 से 18 डिग्री सेल्सियस तापमान अच्छा होता है.

वहीं पौधों के विकास और अच्छी पैदावार के लिए 18 से 24 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है.

खीरे की फसल पर कोहरे का बुरा असर पड़ता है. इसके अलावा अधिक नमी में इसके फल पर धब्बे पड़ जाते हैं. पॉली हाउस में खीरे की खेती सालभर की जा सकती है.

इसके अंकुरण के लिए 20 डिग्री सेल्सियस तापमान उपयुक्त रहता है. तथा पौधों की वृद्धि एवं विकास के लिए 22 डिग्री से 30 सेल्सियस तापमान अनुकूल रहता है. अपेक्षित आर्द्रता 70-80 फीसदी उपयुक्त रहती है.

 

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