हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

इन फलदार वृक्षों की करें खेती, कुछ ही सालों में हो जाएंगे मालामाल

फलदार पेड़ों की खेती

 

फलदार पेड़ों में पपीता, साइट्रस, बड़ का पेड़, अमरूद और बेर की खेती किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है.

 ये पेड़ तेजी से बढ़ते हैं. इन पेड़ों के साथ-साथ किसान अन्य फसलें लगाकर भी बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं.

 

किसान इन दिनों पारंपरिक फसलों के इतर फल, फूल, सब्जी और औषधियों की खेती में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं.

ये फसलें किसानों को बंपर मुनाफा भी पहुंचा रही है.

यहां हम आपको ऐसे फलदार पेड़ों के बारे में बता रहे हैं, जिनकी खेती कर आप बेहद कम वक्त में मालामाल बन सकते हैं.

फलदार पेड़ों में पपीता, साइट्रस, बड़ का पेड़, अमरूद और बेर की खेती किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है. 

ये पेड़ तेजी से बढ़ते हैं. इन पेड़ों के साथ-साथ किसान अन्य फसलें लगाकर( सहफसली तकनीक से खेती कर) भी बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं.

 

पपीता की खेती

रोपाई के हर 9 से 11 महीनों में ये फलों से लद जाता है.

इसके पेड़ की ऊंचाई 20-25 फीट होती है, इसकी पत्तियां तक जड़ी-बूटी के तौर पर इस्तेमाल की जाती है.

इसके फलों को लोग बड़े चाव से खाते हैं. कई बीमारियों में पपीता का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है.

बाजार में हमेशा इसकी कीमत अच्छी बनी रहती है.

 

साइट्रस ट्री यानी नींबू का पेड़

नींबू की मांग बाजार में सालभर बनी रहती है. एक बार इसका पेड़ लगाने पर ये कई सालों तक उत्पादन देता रहता है.

यह विटामिन सी, पोटेशियम, फोलिक एसिड और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं.

यही वजह है की नींबू का लगाकर भी किसान बढ़िया मुनाफा कमा सकता है.

 

केला का पेड़

देश में केले की खरीद-बिक्री बड़े पैमाने पर होती है. अब  टिशू कल्चर से भी इसकी खेती होने लगी है.

इस तकनीक से खेती करने में केले की फसल के नुकसान होने की आशंका कम होती है.

इसके फलों के साथ-साथ पत्ते भी काफी डिमांड में रहते हैं.

 

बेर की खेती

इसके सभी फल अलग-अलग समय पर पकते हैं, इसलिये कई बार इनकी तुड़ाई करके बेच सकते हैं.

शुरुआत में ये फल खट्टे और हरे रंग वाले होते हैं, लेकिन पकने बाद इनकी मिठास बढ़ जाती है. यह बाजार में ठीक दामों पर बिकते हैं.

 

अमरूद की खेती

किसानों को अमरूद के नये बाग लगाने  के लिये काफी बढ़ावा दिया जा रहा है.

इसके लिए उन्हें सब्सिडी भी दी जा रही है. इन पेड़ों से 2 से 6 साल के बीच फलों का उत्पादन मिलता रहता है.

इसकी खेती कर किसान बंपर मुनाफा कमा रहे हैं.

यह भी पढ़े : सब्सिडी पर ट्रैक्टर एवं पॉवर टिलर चलित कृषि यंत्र लेने के लिए आवेदन करें

 

यह भी पढ़े : सरसों, गेहूं, आलू के लिए मिलेगी इतनी यूरिया और डीएपी

 

शेयर करें