हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

दागिल सोयाबीन के भाव 4400 रुपये तक पहुंचे

 

सीहोर। 

किसानों की मांग मिले पांच हजार से ज्यादा

 

चार माह बाद किसानों को उनकी सोयाबीन की उपज के सही दाम मिल रहे हैं, लेकिन किसान अभी भी संतुष्ट नहीं हैं। मौसमी मार के कारण किसानों की फसल 80 फीसद से ज्यादा प्रभावित हुई है। जिसके कारण पैदावार भी 20 फीसद से कम हुई थी।

जो पैदावार हुई थी वह भी दागिल थी और दाना छोटा था। इस कारण किसानों को उनकी उपज का सही भाव नहीं मिला था। हांलाकि गुणवत्ता अच्छी नहीं होने के कारण किसानों को ठीक भाव नहीं मिल पा रहा था। वहीं अब चार माह बाद किसानों को उनकी उपज का ठीक भाव मिल रहा है, लेकिन किसान संतुष्ट नहीं है।

 

किसानों का कहना है कि अब तो गेहूं की नई उपज ही आने वाली है। हमने सोयाबीन की उपज को इतने लंबे समय तक सहज कर रहा था। ताकि भाव पांच हजार रुपये प्रति क्विंटल से ज्यादा मिले, लेकिन भाव अब भी साढ़े तीन हजार रुपये प्रति क्विंटल से साढ़े चार हजार रुपये प्रति क्विंटल तक ही मिल पा रहा है।

 

इस बार बारिश ज्यादा और समय पर बारिश न होने के कारण सोयाबीन की फसल प्रभावित हुई थी। बारिश से सोयबीन दागी हो गया है, वहीं नमी भी अधिक है। साथ ही पैदावार भी न के बराबर हुई थी।

 

वहीं दागिल और नमी युक्त सोयाबीन होने के कारण किसानों का सोयबीन कम दाम पर बिका था। मंडी में सोयबीन दो हजार से 3500 र्स्पये क्विंटल बिका था।

वहीं अब सोयाबीन 4500 रुपये क्विंटल तक बिक रहा है, लेकिन किसान संतुष्ट नहीं है। ग्राम डोडी के किसान लेखराम राठौर और ग्राम थुनाकला के किसान जितेंद्र मेवाड़ा ने बताया कि शुक्रवार कोसोयाबीन 4400 रुपये तक बिका।

किसान ने चार माह तक सोयाबीन सहेजा उसे उम्मीद थी कि उसका सोयाबीन पांच हजार रुपये प्रति क्विंटल से ज्यादा बिकेगा, लेकिन एसा नहीं हो रहा है।

 

यह भी पढ़े : दो दिन छाएंगे बादल, मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर बारिश भी होगी

 

source : naidunia

 

शेयर करे