हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
WhatsApp Group Join Now

इन सब्जियों की खेती से हर महीने बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं किसान

बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं किसान

 

किसानों को ऐसी सब्जियों की खेती करनी चाहिए जिनकी मांग बाजार में सालभर रहती है.

हम आपको उन महंगी सब्जियों के बारे में बता रहे हैं जिनकी खेती करके हर महीने लाखों का मुनाफा कमाया जा सकता है.

 

भारत में कई प्रकार की सब्जियों की खेती की जाती है. लेकिन अधिकतकर किसानों का कहना है कि सब्जियों की फसल में उन्हें वो मुनाफा हासिल नहीं हो पाता जिसकी उन्हें उम्मीद रहती है.

इसपर कृषि विशेषज्ञ का कहना हैं कि किसान मुनाफे वाली खेती छोड़कर उन फसलों की खेती शुरू कर देते हैं जो बाजार में आसानी से कम कीमत पर उपलब्ध होती है. ऐसे में उन्हें नुकसान झेलना पड़ता है.

किसानों को चाहिए कि वे अपने खेतों में ऐसी सब्जियां लगाएं जिनकी बाजार में सालभर मांग रहती है.

हम आपको यहां उन महंगी सब्जियों के बारे में बता रहे हैं जिसकी खेती करके किसान हर महीने बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं.

 

चेरी टमाटर की खेती

ये सब्जी स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती हैं. चेरी टमाटर झाड़ियों पर चढ़ाकर उगाया जाता है.

कीमत की बात करें तो यह मार्किट में 150 से 250 के लगभग बिकता है.

 

जुकीनी की खेती

जुकीनी की सब्जियों का सेवन वजन घटाने के लिए करते हैं. मार्केट में इस सब्जी की भी काफी डिमांड है.

बाजार में इसकी अच्छी खासी मांग बनी रहती है.

 

मशरूम की खेती

मशरूम की खेती करने के लिए खेत की नहीं बल्कि घर की जरूरत होती है.

इसकी खेती एक अंधेरे कमरे में की जाती है. बाजार में इसकी कीमत 150 रूपये से लेक 250 रुपये किलो तक रहती है.

 

बोक चॉय की खेती

यह विदेशों में उगाई जाने वाली सब्जी है लेकिन अब धीरे-धीरे भारत में भी इसकी खेती की जाने लगी है.

विदेशी सब्जी होने के नाते भारत में इसकी खेती कम होती है, इसलिए भारतीय बाजार में इसकी कीमत हाई रहती है.

 

शतावरी की खेती

भारतीय बाजारों सबसे महंगी सब्जी शतावरी ही बिकती है. ये औषधीय गुणों से भरपूर होता है.

इसकी कीमत की बात करें तो यह 1200 रुपये प्रति किलो बिकती है.

बुआई करने के डेढ़ साल बाद यानि 18 महीने में शतावरी कटाई के लिए तैयार हो जाती है.

डाउनलोड करें लैंड कैलकुलेटर ऐप

यह भी पढ़े : पैडी (राइस) ट्रांसप्लांटर सब्सिडी पर लेने के लिए आवेदन करें

 

यह भी पढ़े : खरीफ फसलों की बीमा-दरें निर्धारित, अंतिम तारीख 31 जुलाई

 

शेयर करे