फसल नुकसान का मुआवजा
मानसून सीजन में अतिवृष्टि के कारण देश के कई राज्यों में बाढ़ कि स्थिति बन गई थी, जिसके कारण किसानों कि खरीफ फसलों को काफी नुकसान हुआ है|
बिहार राज्य में अत्याधिक बारिश से किसान खरीफ फसल की बुवाई ही नहीं कर पाए और जहाँ फसल लगाई गई वह अधिक बारिश के चलते खराब हो गई|
बिहार सरकार ने वर्ष 2021 में बाढ़/अतिवृष्टि तथा विभिन्न कारणों से परती रह गई भूमि के कारण फसल क्षति का आकलन करा लिया है।
आंकलन के अनुसार जल्द ही किसानों को नियमानुसार समुचित फसल क्षतिपूर्ति हेतु सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी|
परती जमीन एवं फसल क्षति के लिए दिया जायेगा मुआवजा
बिहार में समय से पूर्व तथा अत्याधिक वर्षा के कारण कई जिलों के किसान खरीफ फसल की बुवाई करने से वंचित रह गये थे|
इसके अलावा जिस किसान ने खरीफ फसल की बुवाई की थी उनका भी बाढ़ तथा अतिवृष्टि के कारण फसल को काफी नुकसान हुआ है|
फसल नुकसानी को देखते हुए राज्य सरकार ने राज्य के 30 जिलों के किसानों से फसल नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए आवेदन मांगे थे|
यह आवेदन 30 सिम्बर से 4 अक्टूबर के बीच किसानों द्वारा किए गए थे|
इसके अलावा अधिक वर्षा तथा जलजमाव के कारण खरीफ फसल की बुवाई कम हुई थी तथा किसानों ने अपनी जमीन को खाली छोड़ दी थी|
सरकार ने प्राप्त आवेदन के आधार पर राज्य में फसल नुकसानी की जानकारी उपलब्ध कराई है|
राज्य सरकार उन सभी किसानों को मुआवजा राशि देने जा रही है जिनकी फसल को काफी नुकसानी हुई है|
33 प्रतिशत फसल को हुआ है नुकसान
राज्य के कृषि विभाग को प्राप्त आवेदन के आधार पर 30 जिलों के 283 प्रखंडों के 6 लाख 45 हजार 708.63 हेक्टेयर भूमि में फसल नुकसानी हुई है|
जो कुल खरीफ फसल बुवाई का 33 प्रतिशत है| जिसकी कुल अनुमानित राशि 875.27 करोड़ रूपये है|
इसी प्रकार विभिन्न कारणों से जिलों में परती रह गई 1,41,227.71 हेक्टेयर क्षति के लिए 96.03 करोड़ अर्थात कुल 7,86,936.34 हेक्टेयर क्षति के लिए 971.30 करोड़ क्षति का आकलन किया गया है|
इस प्रकार सितम्बर माह के अंतिम में आकलन कराया गया है, जिसमें 6 जिले पटना, नालन्दा, बेगुसराय, लखीसराय, प. चम्पारण एवं पूर्वी चम्पारण में क्षति प्रतिवेदित हुई है|
इन 6 जिलों में 18,067.65 हेक्टेयर में 33 प्रतिशत से अधिक क्षति के लिए 26.81 करोड़ रूपये की आवश्यकता का आकलन किया गया है|
किसानों को कितना मुआवजा दिया जाएगा ?
खड़ी फसल की नुकसानी तथा अधिक वर्षा तथा जलजमाव के कारण परती जमीन रहने के कारण हुई फसल नुकसानी की भरपाई सरकार इनपुट सब्सिडी से करने जा रही है|
इसके लिए सरकार ने बाढ़ से प्रभावित किसानों को एवं अतिवृष्टि से परती भूमि 971.30 तथा अतिवृष्टि के कारण नुकसान हुए खड़ी फसल के लिए 26.81 करोड़ जारी किए है|
कुल किसानों को 998.11 करोड़ रूपये के नुकसान का आंकलन किया गया है|
यह पैसा कृषि विभाग के द्वारा आपदा प्रबंधन विभाग के पास भेज दिया गया है| जल्द ही किसानों के खातों में यह पैसा दे दिया जायेगा|
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