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भारत में कितना बड़ा है सब्जियों का बाजार

 

कैसे होता है एक्सपोर्ट

 

फलों में आम के उत्पादन में भारत पहले स्थान पर है, इसके अलावा पपीता केला का भी यहां पर बंपर उत्पादन होता है.

भारत में विशाल उत्पादन के आधार पर निर्यात की भी काफी संभावनाएं हैं.

2020-21 में भारत से फल और सब्जियों का निर्यात 9,940.95 करोड़ रुपए का रहा.

 

भारत में सभी मौसम में हरी और ताजी सब्जियां मिलती है. क्योंकि यहां पर सालों भर इसकी पैदावार होती है.

यही कारण है कि विश्व में चीन के बाद सब्जी और फल उत्पादन में भारत दूसरे स्थान पर हैं.

राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड द्वारा जारी किये गये आंकड़ो के मुताबिक 2019-20 में भारत में 99.07 मिलियन मीट्रिक टन फल और 191.77 मिलियन मीट्रिक टन सब्जी का उत्पादन हुआ.

भारत में 6.66 मिलियन हेक्टेयर में फल की खेती होती है जबकि 10.35 मिलियन हेक्टेयर में सब्जी की खेती की जाती है.

फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन के आकड़ों के मुताबिक आलू , प्याज , फूलगोभी , बैंगन और पत्ता गोभी उत्पादन के मामले में भारत विश्व में दूसरे स्थान पर है.

 

कितना रहा 2020-21 का निर्यात

फलों में आम के उत्पादन में भारत पहले स्थान पर है, इसके अलावा पपीता केला का भी यहां पर बंपर उत्पादन होता है.

भारत में विशाल उत्पादन के आधार पर निर्यात की भी काफी संभावनाएं हैं.

2020-21 में भारत से फल और सब्जियों का निर्यात 9,940.95 करोड़ रुपए का रहा.

जिसमें सब्जियों का निर्यात 4969.73 करोड़ रुपए रहा और फल का निर्यात 4971.22 करोड़ रुपए का रहा.

इसमें अंगूर, अनार, केला, आम और संतरे का निर्यात सबसे अधिक हुआ.

 

भारतीय सब्जियों की बढ़ रही मांग

सब्जियों की बात करें तो प्याज, हरी सब्जियां, आलू और हरी मिर्च का देश से बहुतायत में निर्यात किया जाता है.

भारत से सब्जियों को बांग्लादेश, युएइ, नेपाल, मलेशिया, यूके, श्रीलंका, ओमान और कतर भेजा जाना आम बात है.

भारत में उत्पादित सब्जियों की मांग वैश्विक तौर पर बढ़ रही है. पर इसके बावजूद भारत के शेयर केवल एक प्रतिशत है.

हालांकि कृषि क्षेत्र में हो रहे सुधार और आधारभूत संरचनाओं के निर्माण से उम्मीद जतायी जा रही है कि इस क्षेत्र निर्यात में बढ़ोतरी होगी.

 

भारत में सब्जियों का बड़ा बाजार

मनुष्य के पोषण के लिए सब्जी बेहद जरूरी अंग माना जाता है. किसी भी संस्कृति में सब्जी के बिना भोजन को अधूरा माना जाता है.

भारत में 6.66 मिलियन हेक्टेयर में इसकी खेती होती है. जो कुल कृषि क्षेत्र का मात्र तीन फीसदी है.

डायटिशियन के मुताबिक एक व्यक्ति को प्रतिदिन 300 ग्राम सब्जी की आवश्यकता होती है.

पर अभी तक हम उस लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाये हैं. इसलिए भारत में भी सब्जियों का एक बड़ा बाजार हो सकता है.

इस क्षेत्र में भी रोजगार के बड़े अवसर प्राप्त हो सकते हैं.

 

सब्जी निर्यात की शुरुआत कैसे करें

भारत में इस वक्त कृषि सबसे तेजी से विकसित करने वाला व्यवसाय बन गया है. दुनिया भर से इसकी मांग हो रही है.

क्योंकि यहां के सब्जियों की गुणवत्ता सबसे अच्छी रहती है. सब्जियों का निर्यात करने के लिए सबसे पहले डीजीएफटी में रजिस्ट्रेशन कराना होता है जहां से आपको 10 अंको का कोड दिया जाता है.

इसके अलावा ANF2A   फॉर्म फरकर जमा करना होता है. फिर पैन कार्ड, बैंक डिटेल्स के साथ 1000 रुपए और बैंकर का प्रमाण पत्र जमा करना पड़ता है.

इसके बाद निर्यात संवर्धन परिषद और कमोडिटी बोर्ड के साथ पंजीकरण कराना पड़ता है.

कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद आप दफ्तर खोलकर या ऑनलाइन इस बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं.

इसके बाद सप्लायर्स से संपर्क करके अपना कारोबार शुरू कर सकते हैं.

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