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फसल बीमा की राशि पर ताजा अपडेट, इस दिन खाते में आ सकते है पैसे

वर्ष 2022-23 में खरीफ और रबी की फसलों के नुकसान का सर्वे करने के बाद क्षतिपूर्ति के दावे बीमा कंपनियों को प्रस्तुत किए जा चुके हैं,

ऐसे में संभावना है कि 27 या 28 सितंबर को एक बार फिर 2022 की बीमा की राशि किसानों के खाते में भेजी जा सकती है।

 

फसल बीमा की राशि

मध्य प्रदेश के लाखों किसानों के लिए अच्छी खबर है।

मप्र विधानसभा चुनाव के पहले प्रदेश के किसानों को फसल बीमा 2022 की राशि खातों में भेजी जा सकती है।

संभावना है कि 27-28 सितंबर को इस संबंध में राज्य सरकार एक कार्यक्रम कर सकती है,

जिसमें सीएम शिवराज सिंह चौहान किसानों के खाते में राशि ट्रांसफर कर सकते है। हालांकि अधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।

 

सितंबर अंत तक जारी हो सकती है राशि

मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2022-23 में खरीफ और रबी की फसलों के नुकसान का सर्वे करने के बाद क्षतिपूर्ति के दावे बीमा कंपनियों को प्रस्तुत किए जा चुके हैं,

ऐसे में संभावना है कि 27 या 28 सितंबर को एक बार फिर 2022 की बीमा की राशि किसानों के खाते में भेजी जा सकती है।

सरकार का प्रयास है कि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के पहले कार्यक्रम करके राशि किसानों के खातों में अंतरित कर दी जाए।

 

कृषि विभाग की तैयारी जारी

खबर है कि फसल बीमा राशि वितरण को लेकर कृषि विभाग तैयारी कर ली है,

इसके तहत राज्य सरकार द्वारा खरीफ फसलों की क्षति पूर्ति के लिए करीब 700 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा सकता है,

वही रबी फसलों के दावों को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है, जिसका काम एक हफ्ते के अंदर पूरा हो जाएगा।

अगर सरकार ऐसा करती है तो इसका लाभ आगामी चुनाव में भी देखने को मिल सकता है।

 

इससे पहले जून में हुआ था भुगतान

बता दे कि इससे पहले शिवराज सरकार ने जून 2023 में प्रदेश के 44 लाख किसानों को वर्ष 2021 की फसल बीमा राशि ट्रांसफर की थी।

इसके तहत किसानों को दो हजार 900 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। अब वर्ष 2022 का भुगतान किया जाना है,

इसमें भोपाल, रायसेन, सीहोर, विदिशा, हरदा सहित अन्य जिलों के किसान शामिल है,

जिनकी अतिवर्षा और बाढ़ से खरीफ और रबी की फसलें खराब हुई थी।

 

आवश्यकता हुई सरकार करवाएगी सर्वें- सीएम

गौरतलब है कि हाल ही में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को आश्वासन दिया है कि वर्षा की कमी की स्थिति में हम हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठेंगे।

संकट होगा तो भी हम प्रदेशवासियों को संकट से निकालकर ले जाएंगे।

सूखे के कारण बिजली की माँग बढ़ी है, इसकी पूर्ति के लिए भी हम प्रयास कर रहे हैं।

नहरों में किसान के लिए पानी छोड़ दिया गया है, मैं सतत् रूप से स्थिति पर नजर रखे हूँ।

सीएम ने कहा है कि ईश्वर न करे कि फसल खराब हो, लेकिन आवश्यकता हुई तो फसलों का सर्वे भी कराया जाएगा और मुआवजे के साथ-साथ फसल बीमा की राशि भी किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी।

किसान भाई चिंतित न हों, शारदा माँ की पूरी कृपा हम सब पर रहेगी।

हमारी सरकार जमीन और आसमान एक कर देगी, जो संभव है, वो करेंगे। साथ ही जहां फसलों को नुकसान हुआ है, वहां पूरी राहत देंगे।

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