CNG से चलेगा खेतों में ट्रेक्टर
अब तक देश में ट्रैक्टर डीजल से चलाये जा रहे हैं, डीजल की कीमत में लगातार हो रही वृद्धि के कारण खेती में लागत भी बढती जा रही है | इस स्थिति में यह जरुरी हो गया है कि डीजल का कोई वैकल्पिक ईंधन उपलब्ध करवाया जाये, जो डीजल से सस्ता होना चाहिए |
इसको ध्यान में रखते हुए रामैट टेक्नो सल्यूशन और टोमासेटो अचीले इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से डीजल की जगह CNG गैस से चलने वाला इंजन विकसित किया गया है | डीजल इंजन को ही तकनीक के माध्यम से परिवर्तित कर CNG गैस से चलने वाले इंजन विकसित किया है |
सालाना होगी 1 लाख रुपये तक की बचत
जिस ट्रैक्टर में यह किट लगाया गया है वह केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का है जिसे 2012 में खरीदा था | इसी ट्रैक्टर को CNG गैस से चलने वाली ट्रेक्टर में विकसित करके पंजीयन कराया गया है |
इसे जारी करते हुए नितिन गडकरी ने बताया कि इससे किसानों को ईंधन पर होने वाले सालाना खर्च में से 1 लाख रूपये तक की बचत की जा सकती है |
उन्होंने कहा कि यह वेस्ट टू वेल्थ यानी कचरे से धन बनाने के अभियान का भी हिस्सा है क्योंकि पराली का उपयोग जैव-सीएनजी के उत्पादन के लिए कच्चे माल के रूप में किया जा सकता है। इससे किसानों को अधिक कमाई करने में मदद मिलेगी।
यह भी पढ़े : दो दिन छाएंगे बादल, मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर बारिश भी होगी
इस प्रकार CNG से चलने वाला यह देश का पहला ट्रेक्टर है तथा यह अभी पायलेट प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया गया है | आने वाले दिनों में किसी भी ट्रेक्टर में एक नई कीट लगाकर CNG से चलने वाला बनाया जा सकता है |
श्री गडकरी ने कहा कि फिलहाल यह प्रायोगिक स्तर की पायलट परियोजना है और इसे उचित समय पर बाजार में उपलब्ध कराया जाएगा। इस मौके पर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान , केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री पुरषोत्तम रुपाला के साथ ही डॉ.वी.के. सिंह उपस्थित थे |
CNG गैस से चलने वाले ट्रेक्टर से एस प्रकार लाभ होगा
- डीजल से सीएनजी कम मूल्य पर देश में उपलब्ध है | जिसके कारण ट्रेक्टर को चलाने का खर्च कम आएगा |
- यह डीजल के मुकाबले अधिक सुरक्षित है, इसमें विस्फोट होने की संभावना कम रहती है |
- इससे वायु प्रदुषण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी |
- इंजन को कम नुकसान करता है जिससे ट्रेक्टर पर रख रखाव पर खर्च कम आएगा |
- CNG से चलने वाले ट्रेक्टर की संख्या बढने पर पराली का उपयोग बायो गैस बनाने में किया जा सकता है |
source : kisaansamadhan
शेयर करे