हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
WhatsApp Group Join Now

मध्य प्रदेश सरकार ने 3 महीने 17 लाख से अधिक गौ-भैंस वंश का किया टीकाकरण

 

देश में सबसे अधिक

 

पशुधन के स्वस्थ्य रहना आवश्यक होता है. स्वस्थ्य पशुधन के माध्यम से ही किसान अपनी अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं.

ऐसे में पशुधन को स्वस्थ्य बनाने के लिए सरकारों की तरफ से भी प्रयास जारी है.

इसी कड़ी में मध्य प्रदेश सरकार  ने 3 महीने में 17 लाख से अधिक गौ-भैंस वंश का टीकाकरण किया है.

इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से बीते महीने प्रदेशभर में ब्रूसेल्ला टीकाकरण अभियान चलाया गया था.

जानकारी के मुताबिक इस टीकाकरण कार्यक्रम के तहत मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से देश में सबसे अधिक जानवरों का टीकाकरण किया गया है.

 

1 जनवरी से 31 मार्च तक चलाया गया था टीकाकरण कार्यक्रम

ब्रूसेल्ला टीकाकरण कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मध्य प्रदेश सरकार के पशुपालन एवं डेयरी मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 1 जनवरी से 31 मार्च 2022 तक यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था.

इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश में 4 से 8 माह की गौ-भैंस वंशीय बछियों का टीकाकरण किया गया.

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के तहत मध्यप्रदेश ने 17 लाख 41 हजार 970 टीकाकरण की जानकारी ईनॉफ पोर्टल पर दर्ज कराई है, जो देश में सर्वाधिक है.

 

पशुपलान मंत्री पटेल ने बताया कि भारत सरकार की तरफ से प्रदेश को 22 लाख 55 हजार ब्रुसेल्ला टीके उपलब्ध कराए गए हैं.

साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत देश के सभी राज्यों में ब्रूसेल्ला टीकाकरण कार्यक्रम क्रियान्वित किया जा रहा है.

 

पौने 3 करोड़ से अधिक गौ-भैंस वंशीय में लगाए गए यूआईडी टैग्स

मध्य प्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने बताया कि टीकाकरण अभियान के साथ ही प्रदेश के गौ-भैंस वंशीय को यूआईडी टैग्स लगाने का काम भी किया जा रहा है.

जिसके तहतप्रदेश में 2 करोड़ 76 लाख 63 हजार 968 गौ-भैंस वंशीय पशुओं को यूआईडी टैग्स लगाये गये हैं.

उन्होंने बताया कि इनका पंजीकरण भी ईनॉफ पोर्टल पर किया गया है, यह संख्या भी देश में सबसे अधिक है.

 

क्या है ब्रुसिलोसिस रोग

गौ-भैंस वंशीय पशुओं में प्रजनन संबंधी बीमारी को ब्रुसिलोसिस रोग के नाम से जाना जाता है. यह ब्रुसिलोसिस एबॉर्टस जीवाणु के कारण होती है.

बुखार, गर्भावस्था के अंतिम चरण में गर्भपात, बांझपन, हीट में देरी, लेक्टेशन में बाधा इस बीमारी के मुख्य लक्षण हैं.

इस बीमारी से बचाव के लिए 4 से 8 माह की गौ-भैंस वंशीय बछियों को यह टीका लगाना आवश्यक होता है.

जीवन में एक बार यह टीका लग जाने सेउन्हें ब्रुसिलोसिस रोग से बचाया जा सकता है.

 

विशेष यह है कि यह बीमारी पशुओं से मनुष्यों में भी फैल सकती है. जिससे पुरूष एवं स्त्रियों में भी प्रजनन संबंधी समस्या हो सकती है.

इस बीमारी का कोई उपचार नहीं है, जिसे सिर्फ टीकाकरण के माध्यम से ही रोका जा सकता है.

source : tv9hindi

यह भी पढ़े : खरीफ फसल का ऋण चुकाने की अंतिम तिथि बढ़ाई गई

 

यह भी पढ़े : आधार से लिंक खातों में ही होगा पीएम किसान सम्मान निधि की राशि का भुगतान

 

शेयर करे