तुलाई के लिए धक्के खाने को मजबूर
बैतूल की उपज मंडी में किसानों की इतनी भीड़ इकट्ठी हो गई कि सुबह 10 बजे के बाद मंडी के मुख्य गेट से किसानों के वाहनों को अंदर जाने से रोक दिया गया.
देश के किसानों के लिए ये साल काफी नुकसानदायक रहा.
बेमौसम बारिश की वजह से देश के अलग-अलग राज्यों में किसानों की तैयार फसलें बर्बाद हो गईं, जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा.
जहां एक ओर धान की फसल खराब होने से किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है.
वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के बैतूल में मक्का किसानों के पास इतनी पैदावार हो गई है कि उन्हें मंडी में प्रवेश करने के लिए घंटों का इंतजार करना पड़ रहा है.
बैतूल की उपज मंडी में चारों तरफ दिख रही मक्का की फसल
मध्य प्रदेश के बैतूल में मक्का की बंपर आवक को देखते हुए कृषि उपज मंडी में चारों तरफ मक्का ही मक्का दिखाई दे रहा है.
इसे देखते हुए किसानों के लिए मक्का की उपज बेचना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है.
इन दिनों मक्का की आवक इतनी जबरदस्त हो गई है कि बुधवार को मंडी में 20 हजार से भी ज्यादा बोरी उपज की आवक रही.
खास बात ये है कि इनमें से सबसे अधिक 17,255 बोरी आवक मक्का की रही.
किसानों की भीड़ को देखते हुए वाहनों के प्रवेश पर लगाई गई रोक
आपको जानकर हैरानी होगी कि मंडी में किसानों की इतनी भीड़ इकट्ठी हो गई कि सुबह 10 बजे के बाद मंडी के मुख्य गेट से किसानों के वाहनों को अंदर जाने से रोक दिया गया.
मंडी में प्रवेश रोके जाने की वजह से गेट के बाहर किसानों के वाहनों का जमावड़ा लग गया.
मक्का किसानों की मौजूदगी का आलम इसी बात से लगाया जा सकता है कि मंडी के अंदर और बाहर, दोनों तरफ भारी जाम लग गया.
समय पर तुलाई न होने से परेशान दिख रहे मक्का किसान
मक्का की फसल बेचने के लिए मंडी के बाहर इंतजार कर रहे सभी किसानों को देर रात तक भीतर प्रवेश देकर टोकन दे दिए गए.
इसके बावजूद समय पर तुलाई न होने की वजह से किसानों को मंडी में इधर-उधर धक्के खाने पड़ रहे हैं.
दरअसल मक्के की आवक सप्ताह में 3 दिन रहती है, इसके लिए सोमवार बुधवार और शुक्रवार का दिन रखा गया है.
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