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7196 रुपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर होगी मूंग की खरीदी

 

MSP पर जायद मूंग की खरीदी

 

प्रत्येक वर्ष केंद्र सरकार के द्वारा देश के रबी एवं खरीफ की 23 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाता है जो पुरे देश में एक समान रूप से लागू होती है |

जिसमें दलहन, तिलहन, धान, गेहूं के साथ ही कपास ओर कोपरा शामिल है |

कुछ दलहनी फसल जैसे उड़द, मूंग है जो खरीफ के साथ–साथ ग्रीष्मकाल (जायद) में भी उत्पादन किया जाता है, जिसकी सरकारी खरीदी बहुत कम होती है और किसानों को बाजार में कम भाव पर बेचना पड़ता है |

ऐसे में मध्यप्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर है केंद्र सरकार ने मध्यप्रदेश में जायद मूंग न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने की मंजूरी दे दी है |

 

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मध्यप्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने बताया कि केंद्र सरकार ने मूँग की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिये मध्यप्रदेश सरकार को मंजूरी प्रदान कर दी है।

मंत्री श्री पटेल ने कहा कि हरदा एवं होशंगाबाद के साथ ही पूरे प्रदेश के किसानों के लिए अति प्रसन्नता का दिन है कि अब प्रदेश में भी ग्रीष्मकालीन मूँग की समर्थन मूल्य पर खरीदी प्रारंभ होगी।

 

7 हजार 196 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से खरीदा जायेगा मूंग

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने बताया है कि मध्यप्रदेश सरकार किसानों से ग्रीष्मकालीन मूँग की खरीदी समर्थन मूल्य पर करने जा रही है। केंद्र सरकार ने मूंग उपार्जन की अनुमति दे दी है |

श्री पटेल ने बताया कि भारत सरकार द्वारा मूँग का समर्थन मूल्य 7 हजार 196 रुपये प्रति क्विंटल निश्चित किया गया है |

 

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इन जिलों में हुआ रिकॉर्ड उत्पादन

ग्रीष्मकालीन (जायद) के मौसम में जहाँ सिंचाई के चलते अधिकतर खेत खाली पड़े रहते हैं वही मध्यप्रदेश के सिर्फ दो जिलों हरदा और होशंगाबाद में किसानों ने 3 लाख 33 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मूँग की फसल लगाई है |

कृषि मंत्री पटेल के अनुसार सिर्फ दो जिलों हरदा और होशंगाबाद में 3 हजार 500 करोड़ रुपये की मूँग का रिकॉर्डेड उत्पादन होने का अनुमान है |

इसका कारण कृषि मंत्री ने बताया की इस वर्ष जायद में मूंग उत्पादन के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने एवं सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए उन्होंने तवा डैम के गेट खुलवाये, बल्कि सिंचाई के लिए सभी को पानी उपलब्ध हो, इसके लिये मॉनिटरिंग की समुचित व्यवस्था की भी निगरानी की गई |

 

किसान कब कर सकेंगे पंजीकरण

समर्थन मूल्य पर किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए पंजीकरण करवाना आवश्यक होता है |

पंजीयन को लेकर कृषि मंत्रीं ने कहा कि सोमवार के बाद जल्दी ही प्रदेश के किसानों का पंजीयन प्रारम्भ हो जायेगा।

 

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