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पूरे मध्य प्रदेश में आज छा सकता है मानसून

 

वर्तमान में प्रदेश के 90 फीसद क्षेत्र में मानसून आ चुका है।

 

अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने का सिलसिला शुरू होने से दक्षिण-पश्चिम मानसून शुक्रवार से एक बार फिर सक्रिय हो गया है।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौजूदा स्थिति को देखते हुए शनिवार काे मानसून पूरे मध्यप्रदेश में छा सकता है।

वर्तमान में प्रदेश के 90 फीसद क्षेत्र में मानसून आ चुका है।

उधर पिछले 24 घंटाें के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक सीधी में 75.6, सिवनी में 68.6, रतलाम में 60, नरसिंहपुर में 32, रायसेन में 20, रीवा में 18.6, सतना में 14.2, पचमढ़ी में 7, खजुराहाे में 6.4,दमाेह, शाजापुर में 6, भाेपाल में 4.1, गुना में 3, सागर, हाेशंगाबाद में 2.6, उज्जैन में 2, मलाजखंड में 1.8, इंदौर में 1.7, उमरिया में 1.6, भाेपाल शहर में 0.4 मिलीमीटर बरसात हुई।

 

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मानसून ने दस्तक दी 

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून ने इस बार अपनी निर्धारित तारीख 16 जून से छह दिन पहले 10 जून काे ही मप्र में दस्तक दे दी थी।

ताबड़ताेड़ ढंग से आगे बढ़ते हुए मानसून तीन दिन में राजधानी सहित प्रदेश के आधे हिस्से में छा गया था, लेकिन इसके बाद नमी नहीं मिलने के कारण मानसून शिथिल पड़ गया था।

हालांकि इस दौरान बंगाल की खाड़ी से नमी मिलते रहने के कारण पूर्वी मप्र में बारिश का सिलसिला जारी रहा, पश्चिमी मप्र के कुछ जिलों में भी रूक-रूक कर बौछारें पड़ती रहीं।

 

प्रदेश में छा सकता मानसून

उधर शुक्रवार काे बिहार और उससे लगे पूर्वी उत्तरप्रदेश पर बने कम दबाव के क्षेत्र और पंजाब से लेकर बंगाल की खाड़ी तक बने ट्रफ के कारण नमी मिलने लगी।

इससे पांच दिन से ठिठककर खड़े मानसून काे ऊर्जा मिलने लगी है। शुक्ला के मुताबिक शनिवार काे मानसून पूरे प्रदेश में छा सकता है।

हालांकि वर्तमान में पूर्वी मप्र काे छाेड़कर शेष क्षेत्राें में भारी वर्षा हाेने की संभावना नहीं है, लेकिन रूक-रूक कर छिटपुट बौछारें प्रदेश काे तरबतर करती रहेंगी।

 

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