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इन इलाकों में जल्द दस्तक देगा मॉनसून

 

किसानों के लिए बड़ी खबर

 

राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में एक-दो स्थानों पर 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने के साथ बादलों की गर्जना और बिजली कड़कने की संभावना है.

 

दक्षिण पश्चिम मॉनसून (Monsoon 2021) 18 जून को उत्‍तरी अरब सागर के कुछ और भागों, गुजरात के पूर्वी क्षेत्रों में अधिकांश स्‍थानों पर, सौराष्‍ट्र और दक्षिण-पूर्वी राजस्‍थान के कुछ हिस्‍सों के साथ-साथ मध्‍य प्रदेश तथा उत्‍तर प्रदेश के कुछ और भागों में आगे बढ़ा है.

दक्षिण-पश्चिम मॉनूसन अगले 24 घंटों में अरब सागर, गुजरात के बाकी हिस्‍सों, दक्षिणी राजस्‍थान के कुछ और भागों, पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश और मध्‍य प्रदेश के शेष हिस्‍सों में भी दस्‍तक दे सकता है.

 

मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात के पूर्वी हिस्‍सों और तटीय कर्नाटक में कई जगहों पर बारिश के साथ एक-दों स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है.

 

भारी वर्षा होने का अनुमान

पश्चिमी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में भी एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है.

उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, सौराष्ट्र और कच्छ, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है.

 

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बिहार-झारखंड में भारी बारिश

राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में एक-दो स्थानों पर 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने के साथ बादलों की गर्जना और बिजली कड़कने की संभावना है.

जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, गुजरात और मराठवाड़ा में भी एक-दो स्‍थानों पर बादलों की गर्जना के साथ बिजली कड़कने की घटनाएं हो सकती हैं.

 

इन राज्यों में चल सकती है तेज हवा

बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी और मध्य भागों, उत्तरी अंडमान सागर, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटों के पास 40 से 50 किमी प्रति घंटे तक हवाएं चलने की संभावना है।

इन भागों में हवाएं की गति कुछ समय के लिए 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.

 

इसके अलावा अरब सागर के उत्‍तरी, मध्य और दक्षिण-पश्चिमी भागों पर भी 45-55 किमी प्रति घंटे और कुछ समय के लिए 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.

इसके चलते केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात के तटों के पास मछली पकड़ने की गतिविधियों को रोकने का सुझाव दिया गया है.

 

किसानों के लिए जरूरी यह बारिश

बिहार और यूपी के कुछ हिस्सों में मॉनसून की बारिश के बाद खरीफ फसलों की बुवाई के कामों तेजी देखने को मिल रही है.

धान की रोपाई के लिए किसान अपने खेतों में जुट गए हैं.

बारिश की वजह से किसानों को राहत मिलती है, क्योंकि उन्हें ट्यूबवेल से अपने खेतों में पानी नहीं भरना पड़ता.

इसकी वजह से डीजल पर खर्च होने वाले पैसे बच जाते हैं.

 

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