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एमपी में यूरिया वितरण संबंधी नया आदेश जारी

क्या रहेगी नई व्यवस्था

 

मध्यप्रदेश सरकार ने यूरिया की आवश्यकता को देखते हुए रबी सीजन के लिए यूरिया वितरण संबंधी नया आदेश जारी किया है।

 

रबी फसलों की बुवाई के दौरान सिंगल सुपर फास्फेट एवं एनपीके की आवश्यकता होती है।

वही बुवाई के पश्चात प्रथम एवं दूसरी सिंचाई के दौरान किसानों को यूरिया की आवश्यकता होती है।

गेहूं की फसल के लिए यूरिया अति आवश्यक है, वहीं आलू की खेती में भी यूरिया उर्वरक देना आवश्यक होता है।

यही कारण है कि रबी सीजन के दौरान यूरिया की डिमांड अत्याधिक रहती है।

मध्यप्रदेश में अब यूरिया की सप्लाई बढ़ गई है किसानों को असुविधा ना हो इसके लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है किंतु हकीकत यह है कि कई जिलों में यूरिया के लिए किसान परेशान हो रहे हैं।

यही कारण है कि प्रदेश सरकार ने यूरिया वितरण को लेकर नया आदेश जारी किया है।

 

डीएपी एवं यूरिया उर्वरक उपलब्ध करवाया जा रहा है

कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार रबी मौसम की फसल का बुआई का कार्य प्रगति पर है एवं कुछ क्षेत्रों में गेहॅू फसल में सिंचाई का कार्य प्रगति पर है गेहूं फसल में प्रथम एवं द्वितीय सिंचाई में यूरिया की आवश्यकता होती है किसानों को निरन्तर एनपीके, डीएपी एवं यूरिया उर्वरक उपलब्ध करवाया जा रहा है।

कृषि अधिकारियों ने कहा कि किसानों को आवश्यकता अनुसार संबंधित सहकारी समितियों एवं निजी उर्वरक विक्रेताओं के द्वारा उर्वरक वितरण किया जा रहा है।

किसानों से निवेदन है कि आवश्यकता अनुसार ही उर्वरक क्रय करें एवं उर्वरक का उपयोग मितव्यता से करें एवं क्रय किये गये उर्वरक का पक्का बिल आवश्यक रुप से लें।

 

निम्न सख्त निर्देश दिये गये

  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि खाद वितरण की ऐसी व्यवस्था करें कि कहीं भी खाद प्राप्त करने के लिए किसानों को लाइन न लगाना पड़े।
  • उपलब्धता के बाद यह सुनिश्चित करें कि वितरण की व्यवस्था भी सही रहे।
  • केन्द्र सरकार से निरंतर आवंटन प्राप्त हो रहा है। खाद की कोई कमी नहीं है।
  • वितरण का असंतुलन नहीं होना चाहिए। यह जानकारी भी किसान तक पहुँचे।
  • खाद वितरण के सुचारू प्रबंध मैदान में दिखना चाहिए। कंट्रोल रूम से निगाह रखते हुए प्रतिदिन की जानकारी सामने लाई जाए।
  • व्यवस्था में दोषी लोगों को जेल भेजने की कार्यवाही हो। प्रदेश में खाद वितरण के 262 अतिरिक्त काउंटर प्रारंभ किए गए हैं।
  • मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पूरे प्रदेश में सुचारू रूप से खाद और उर्वरक का वितरण सुनिश्चित करें।
  • मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तकनीक का इस्तेमाल करते हुए व्यवस्थाओं को प्रभावी बनाएँ। समय पर वितरण के साथ ही सोशल मीडिया से किसानों को आँकड़ों सहित वास्तविक स्थिति की जानकारी जिला स्तर पर दी जाए। इसके लिए कलेक्टर्स आवश्यक व्यवस्थाएँ करें।
  • सरकार ने निर्देश दिए हैं कि निजी उर्वरक विक्रेताओं के पास आने वाले उर्वरक की जानकारी मात्रा सहित तत्काल संबंधित वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी को उपलब्ध करा कर वितरण संबंधित अधिकारी की उपस्थिति में ही करायें।
  • अपने-अपने प्रतिष्ठानों पर भाव/स्टाक की सूची का स्पष्ट प्रदर्शन अनिवार्य रूप से करें। उर्वरक का विक्रय निर्धारित दर पर ही करे साथ ही विक्रय किये गये उर्वरक का रिकार्ड संधारित रखे। कही पर भी किसी भी उर्वरक विक्रेता की शिकायत आने पर उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 के अनुसार कार्यवाही कि जायेगी।

 

नया आदेश यह है
  • किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग , मध्यप्रदेश शासन ,भोपाल द्वारा सितंबर में जारी आदेश के अनुसार राज्य में यूरिया उर्वरक को सहकारी क्षेत्र में 70 % और निजी क्षेत्र में 30 % वितरण अनुपात निर्धारित है।
  • लेकिन 7 नवंबर 2022 को जारी एक आदेश में आंशिक संशोधन किया गया है।
  • अन्य आगामी आदेश तक अब जिला नीमच एवं बुरहानपुर में यूरिया उर्वरक 60 % सहकारी क्षेत्र में तथा 40 % निजी क्षेत्र में वितरण किया जाएगा।
  • जिला श्योपुर में माह नवंबर 2022 हेतु सड़क माध्यम से प्राप्त होने वाले ( गढ़ेपान प्लांट ) यूरिया उर्वरक 60 % सहकारी क्षेत्र में तथा 40 % निजी क्षेत्र में वितरण किया जाएगा।
  • उक्त जिलों में शेष उर्वरकों की व्यवस्था पूर्वानुसार यथावत रहेगी। उक्त आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।

 

एमपी में खाद की पर्याप्त उपलब्धता

मध्यप्रदेश में खाद की पर्याप्त उपलब्धता है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा माह नवम्बर-2022 के लिए यूरिया का आवंटन सात लाख मी. टन (2.85 लाख मी. टन स्वदेशी एवं 4.15 लाख मी. टन आयातित) एवं डीएपी का आवंटन 1.94 लाख मी. टन (0.20 लाख मी. टन स्वदेशी एवं 1.74 लाख मी. टन आयातित) दिया गया है।

माह नवम्बर 2022 के लिए 4.15 लाख मी. टन आयातित यूरिया का आवंटन दिया गया है, जिसके विरूद्ध केन्द्र सरकार द्वारा 60 हजार मी. टन का आवंटन दिया गया है।

दिनांक 5 नवम्बर 2022 की स्थिति में यूरिया 1.20 लाख मी. टन ट्रांजिट सहित, डीएपी 0.83 लाख मी. टन ट्रांजिट सहित‍ एवं एनपीके ट्रांजिट सहित 0.34 लाख मी. टन प्राप्त है।

दिनांक 4 नवम्बर 2022 की स्थिति में यूरिया का स्टॉक 2. 23 लाख मी. टन, डीएपी का स्टॉक 1.52 लाख मी. टन एवं एनपीके का स्टॉक 1.14 लाख मी. टन है।

बताया गया कि गत वर्ष 30 नवम्बर, 2021 तक विक्रय मात्रा के अनुसार अनुमान के आधार पर दिनांक 4 नवम्बर 2022 तक यूरिया 32 जिलों में, डीएपी 41 जिलों में, एनपीके 34 जिलों में और डीपएपी +एनपीके का 42 जिलों में भण्डारण कर लिया गया है।

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