हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

अब आसानी से ऑनलाइन किया जा सकेगा कीटनाशकों का पंजीकरण

 

कीटनाशकों के पंजीकरण के लिए ऑनलाइन पोर्टल

 

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में अपने मंत्रालय से सम्बद्ध कामकाज को और सरल तथा सुविधाजनक बनाने के लिए दो पोर्टल लांच किए।

पहला पोर्टल CROP (Comprehensive Registration of Pesticides- कीटनाशकों का व्यापक पंजीकरण) के नाम से है, जो फसल सुरक्षा सामग्री के पंजीकरण संबंधित प्रक्रिया को गति व पारदर्शिता प्रदान करता है।

दूसरा पोर्टल हैं PQMS (Plant Quarantine Management System- वनस्पति संगरोध प्रबंधन प्रणाली), जो कृषि उत्‍पादों के निर्यात व आयात संबंधी दस्‍तावेजों को जारी करने में मुख्‍य भूमिका निभाता है।

 

किसानों को आसानी से उपलब्ध होगी फसल सुरक्षा सामग्री

कीटनाशी अधिनियम से संबंधित पोर्टल में पुराने क्रॉप परिचालन की समस्‍याओं को देखते हुए संशोधन किए गए हैं।

नए क्रॉप परिचालन द्वारा फसल सुरक्षा सामग्री के सुगम पंजीकरण हेतु प्रमाण-पत्र जारी करने के लिए, आवेदन से लेकर उन्‍हें जारी करने तक पारदर्शिता, सुगमता व समयबद्धता के साथ विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन जांच के बाद शीघ्रातिशीघ्र जारी किए जाएंगे।

इस नई प्रणाली के माध्‍यम से आवेदकों को ई-भुगतान करना, दस्‍तावेज उपलब्‍ध कराना व नवीनीकरण करना, बिना मानवीय हस्‍तक्षेप के संभव हो सकेगा तथा विभिन्‍न स्‍तरों पर किए जाने वाले इन कार्यों की सूचना आवेदक को समय-समय पर स्‍वत: प्राप्‍त होगी।

इससे हमारे किसानों को फसल सुरक्षा सामग्री की उपलब्‍धता सुनिश्‍चित होगी।

 

ड्रोन का उपयोग कर कीटनाशकों का छिड़काव 

भारत में ड्रोन प्रौद्योगिकी और इसके उपयोग को बढ़ावा देने तथा किसान ड्रोन के उपयोग को सुविधाजनक बनाने के लिए सभी हितधारकों के परामर्श से कीटनाशक और पोषक तत्वों के अनुप्रयोग में ड्रोन के उपयोग के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं (एसओपी) तैयार की हैं, जो ड्रोन के प्रभावी और सुरक्षित संचालन के लिए सटीक निर्देश प्रदान करती हैं।

ड्रोन प्रौद्योगिकियों को सभी किसानों तक पहुंचाने के लिए जारी प्रयासों के अंतर्गत मंत्रालय ने आदेश जारी कर ड्रोन का उपयोग कर लगभग सभी पंजीकृत कीटनाशकों के फार्मूलेशन के छिड़काव के लिए अंतरिम मंजूरी दे दी है।

 

ये कीटनाशक फॉर्मूलेशन वे हैं जिनकी सुरक्षा और प्रभावकारिता का मूल्यांकन विभिन्न फसलों पर पहले ही किया जा चुका है और देश में पहले से ही अन्य तरीकों का उपयोग करके इस्तेमाल किया जा रहा है।

ड्रोन का उपयोग करने वाले कीटनाशकों के इस्तेमाल से न केवल किसानों के लिए पौधों को कीटों से कुशलतापूर्वक बचाना आसान हो जाएगा, बल्कि वास्तव में कम लागत मूल्य के माध्यम से उनकी आय बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।

source : kisansamadhan

यह भी पढ़े : PM Kisan : eKYC की आखिरी तारीख एक बार फिर बढ़ाई गई

 

यह भी पढ़े : पीएम किसान सम्मान निधि राशि का भुगतान आधार से लिंक खातों में ही होगा

 

शेयर करे