हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

मध्यप्रदेश में होने वाली बारिश फसलों की कटाई में बाधा पहुंचा सकती है

कटाई में बाधा

 

यदि मानसून पर नजर डाली जाए तो इस बार पश्चिमी मध्य प्रदेश को सामान्य से 36% अधिक तथा पूर्वी मध्य प्रदेश को सामान्य से 10% अधिक वर्षा प्राप्त हुई है।

 

मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों का मौसम पिछले कुछ दिनों से लगभग तुझको बना हुआ है।

हालांकि पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी जिलों में हल्की बारिश देखी गई जैसे कि रतलाम उज्जैन इंदौर और धार में।

परंतु यह बारिश की गतिविधियां बहुत हल्की रही।

अगले 2 दिनों के दौरान मध्यप्रदेश का मौसम शुष्क बना रहने की संभावना है।

इस समय मध्य प्रदेश के अधिकांश भागों में फसल की कटाई जोरों पर है।

परंतु अब जल्द ही मध्य प्रदेश के कई भागों में तेज बारिश की संभावना नजर आ रही है।

 

सामान्य से 10% अधिक वर्षा प्राप्त

एक निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में बनने वाला है जो उत्तर पश्चिम दिशा में मध्य प्रदेश की तरफ आगे बढ़ेगायदि मानसून पर नजर डाली जाए तो इस बार पश्चिमी मध्य प्रदेश को सामान्य से 36% अधिक तथा पूर्वी मध्य प्रदेश को सामान्य से 10% अधिक वर्षा प्राप्त हुई है।

इसका प्रभाव 4 अक्टूबर से मध्य प्रदेश के पूर्वी तथा उत्तर पूर्वी जिलों में दिखाई देने लगेगा।

 

कई जिलों में तेज बारिश संभव

मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में 4 अक्टूबर को बारिश शुरू होने की संभावना है उस समय प्रभावित होने वाले जिले सतना, रीवा, सिंगरौली, सीधी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, कटनी और बालाघाट हो सकते हैं।

5 अक्टूबर तक बारिश की गतिविधियां पूरे मध्यप्रदेश तक पहुंच जाएंगी तथा कई जिलों में तेज बारिश संभव है।

मध्यप्रदेश में यह बारिश की गतिविधियां 7 अक्टूबर तक जारी रह सकती हैं।

 

फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकती है

8 अक्टूबर से निम्न दबाव का क्षेत्र कमजोर होने लगेगा तथा बारिश की गतिविधियां मध्य प्रदेश के पश्चिमी जिलों से हटने लगेगी, परंतु पूर्वी जिलों में यह बारिश 9 या 10 अक्टूबर तक जारी रह सकती है।

यह बेमौसम बारिश है फसलों की कटाई में बाधा पहुंचा सकती है तथा खड़ी फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकती है।

यह भी पढ़े : दुधारू पशु खरीदने के लिए एसबीआई बैंक देगा लोन

 

यह भी पढ़े : समर्थन मूल्य पर धान, ज्वार एवं बाजरा बेचने के लिए किसान करें पंजीयन

 

शेयर करें