हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
WhatsApp Group Join Now

50 हजार रुपये प्रति किलो में बिकते हैं इस फसल के बीज

बन सकते हैं अमीर

 

वनीला के फलों का आकार कैप्सूल की तरह होता है.

इसका इस्तेमाल केक, परफ्यूम और अन्य ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने में किए जाते हैं.

विशेषज्ञों के मुताबिक एक एकड़ खेत में वनीला की 2400 से 2500 बेल लगती हैं.

बाजार में इन बीजों को 50 हजार रुपये प्रति किलो तक में बेचा जाता है.

 

जमीन की गिरती गुणवत्ता के चलते पारंपरिक फसलों से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है.

ऐसे में ज्यादातर किसान कम मेहनत और लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली फसलों का चुनाव कर रहे हैं.

इसी कड़ी में वनीला की खेती की तरफ किसान बेहद तेजी से आकर्षित हो रहे हैं.

बता दें कि 50 हजार रुपये किलो बिकने वाली ये फसल किसानों को कम समय में अमीर बना सकती है.

 

किस तरह होती है इसकी बुवाई

हम यहां वनीला की बात कर रहे हैं, इसके फलों का आकार कैप्सूल की तरह होता है.

इसका इस्तेमाल केक, परफ्यूम और अन्य ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने में किए जाते हैं.

इसकी खेती के लिए भुरभुरी मिट्टी बेहद उपयुक्त मानी जाती है.

भूमि का P.H. मान 6.5 से 7.5 के बीच होना आवश्यक है. इसके बीजों की बुवाई दो तरह से की जा सकती है.

इसमें पहला तरीका कटिंग और दूसरा बीजीय विधि है.

ध्यान रखें कि जहां भी आप वनीला की खेती कर रहे हैं, वह जगह छायादार हो.

शेड हाउस बनाकर इसकी खेती करने से उपज कई गुना बढ़ सकती है.

इसके अलावा बड़े पेड़ों के बीच भी इसकी खेती की जा सकती है.

वनीला की फसल 3 वर्ष में उपज देनी शुरू कर देती है.

 

स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद

वनीला की बींस में एक वनैलिन नामक सक्रिय रासायनिक तत्व मौजूद होता है.

यह शरीर में मौजूद बैड कोलेस्ट्राल से लड़ता है और गुड कोलेस्ट्राल को बढ़ाता है. 

कैंसर जैसे रोगों के भी खिलाफ इसके फल और बीज बेहद प्रभावी माने जाते हैं.

साथ ही, पेट को साफ रखने, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और जुखाम, बुखार जैसी छोटी बीमारियों के खिलाफ भी ये फायदेमंद है.

 

बढ़िया मुनाफा

विशेषज्ञों के मुताबिक, एक एकड़ खेत में वनीला की 2400 से 2500 बेल लगती हैं. 

बेल में जब फूल-फलियां पकने लगती हैं तो पौधों से बीजों को निकालने की प्रकिया शुरू कर दी जाती है. 

इन बीजों को अलग-अलग प्रोसेसिंग से होकर गुजारा जाता है.

फिर इन बीजों को 50 हजार रुपये प्रति किलो तक में बेचा जाता है.

यह भी पढ़े : मल्टी क्रॉप थ्रेशर, पैडी थ्रेशर एवं चिसल प्लाऊ पर अनुदान हेतु आवेदन

 

यह भी पढ़े : किसान क्रेडिट कार्ड पर दिया जा रहा 3 लाख तक का लोन

 

शेयर करें